क्या बिहार के गया जिले में शांतिपूर्ण, स्वच्छ मतदान के लिए 17 अपराधियों को थाना बदर किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- गया जिले में 17 असामाजिक तत्वों को थाना बदर किया गया है।
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए स्वच्छ और भयमुक्त वातावरण की तैयारी।
- मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
- ग्रामीणों को मतदान के प्रति प्रेरित करने के लिए रचनात्मक गतिविधियाँ।
- 114 अपराधियों के खिलाफ सीसीए का नोटिस जारी किया गया है।
गया, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर गया जिले में शांतिपूर्ण, स्वच्छ और पारदर्शिता के साथ-साथ भयमुक्त वातावरण में चुनाव को संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। गया के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि पूर्व की चुनाव अवधि में चुनाव कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने वाले असामाजिक तत्वों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 17 असामाजिक तत्वों के खिलाफ बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम 2024 की धारा तीन के तहत आदेश जारी कर उन्हें थाना बदर किया गया है। इसमें बोधगया क्षेत्र के महेश यादव और उमेश यादव को डोभी थाना क्षेत्र से बाहर किया गया है, जबकि चंदौती थाना क्षेत्र के मनीष कुमार को भी डोभी में बदर किया गया है।
चंदौती थाना क्षेत्र के यादवेन्दु यादव को बेलागंज थाना क्षेत्र में बदर किया गया है। मोहनपुर थाना क्षेत्र के रामबली यादव, सुदामा यादव और पंकज दास को भी अलग-अलग थाना क्षेत्र में बदर किया गया है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न थाना क्षेत्र के अन्य लोगों को भी थाना बदर किया गया है। जिला पदाधिकारी ने आगे बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए स्वच्छ और भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराने हेतु 114 अपराधियों के खिलाफ सीसीए का नोटिस जारी किया गया है। संबंधित थाना के माध्यम से इन अपराधियों और असामाजिक तत्वों को नोटिस दिया जा रहा है।
इधर, गया जिले में मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। जीविका दीदियों द्वारा एक व्यापक मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को 11 नवंबर को होने वाले मतदान में शत-प्रतिशत भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।
इसके तहत स्वयं सहायता समूह के सदस्य गांव की गलियों में रैली, रंगोली निर्माण और सामूहिक शपथ कार्यक्रम के माध्यम से लोकतंत्र के महत्व को उजागर कर रहे हैं। इस अभियान में स्वीप गतिविधियों को रचनात्मक रूप दिया गया है, जिसमें मेंहदी प्रतियोगिता, रंगोली और प्रेरणादायक नारों के माध्यम से ग्रामीणों को मतदान के प्रति जागरूक किया जा रहा है।