क्या बिहार के बांका में मद्य निषेध पुलिस की कार्रवाई से शराब तस्करों को बड़ा झटका लगा?
सारांश
Key Takeaways
- बांका पुलिस की कार्रवाई ने तस्करों को बड़ा झटका दिया है।
- 200 पेटी विदेशी शराब बरामद की गई है।
- तस्करी के लिए दूध टैंकरों का उपयोग किया जा रहा था।
- गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ जारी है।
- शराबबंदी के बावजूद तस्करी की कोशिशें हो रही हैं।
बांका, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब तस्करी की कोशिशें लगातार जारी हैं। इसी क्रम में, बांका जिले की मद्य निषेध थाना कटोरिया पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए तस्करों को बड़ा झटका दिया है। पुलिस ने दूध टैंकर, मिनी पिकअप वैन और एक लग्जरी कार से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की।
इस कार्रवाई में लगभग 200 पेटी शराब जब्त की गई, और चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप शराब कारोबार से जुड़े गिरोहों में हड़कंप मच गया है।
कटोरिया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड से एक बड़े काफिले के जरिए बिहार में भारी मात्रा में विदेशी शराब की खेप भेजी जा रही है। सूचना के तुरंत बाद, ग्रामीण और जंगली इलाकों की सड़कों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान, संदिग्ध रूप से भाग रहे दूध टैंकर और दूध ढोने वाली मिनी पिकअप वैन को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक इन वाहनों को तेज गति से भगाने लगे। पुलिस ने तत्परता से घेराबंदी कर दोनों वाहनों को रोका।
पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि गिरोह दूध टैंकर और डेयरी सप्लाई वाहनों के माध्यम से अवैध शराब की सप्लाई करता था ताकि पुलिस और उत्पाद विभाग को गुमराह किया जा सके। ये तस्कर मुख्य मार्गों से बचकर ग्रामीण रास्तों का उपयोग करते थे।
दूध वाहनों के बाद, पुलिस ने एक लक्जरी कार को रोका, जिसकी तलाशी में सभी अधिकारी हैरान रह गए। कार में सीटों के नीचे, डिक्की में और यहां तक कि इंजन के नीचे भी शराब की बोतलें छिपाई गई थीं। कार चालक की पहचान चंदन कुमार, पिता मोहन पोद्दार, ग्राम विशनपुर चांदनी चौक, जिला बेगूसराय के रूप में हुई।
सूत्रों के अनुसार, यह शराब तस्करों का संगठित गिरोह लंबे समय से दूध टैंकरों का इस्तेमाल कर तस्करी कर रहा था। इस नेटवर्क की मदद से झारखंड से बिहार में मूल्यवान विदेशी शराब लाई जाती थी और फिर इसकी सप्लाई की जाती थी। गिरफ्तार किए गए चारों तस्करों से पूछताछ जारी है।