क्या बिहार के विकास के लिए मतदान करना जरूरी है?: विजय सिन्हा

Click to start listening
क्या बिहार के विकास के लिए मतदान करना जरूरी है?: विजय सिन्हा

सारांश

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने मतदान के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि राज्य के विकास के लिए भी आवश्यक है। मतदान के जरिए जनता को अपने भविष्य के लिए सही चुनाव करने का मौका मिलता है।

Key Takeaways

  • मतदान
  • बिहार का विकास
  • लोकतंत्र का महापर्व
  • अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था
  • राजद की आलोचना

लखीसराय, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गुरुवार को लखीसराय के मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। उन्होंने सभी नागरिकों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की और कहा कि यह चुनाव केवल सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि राज्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए भी है।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए विजय सिन्हा ने कहा, "छठ पूजा के बाद अब लोकतंत्र का महापर्व आ गया है। बिहार के लोगों को उत्साहपूर्वक मतदान करना चाहिए। यह मतदान सिर्फ सरकार चुनने के लिए नहीं है, बल्कि बिहार के निर्माण और विकास के लिए भी आवश्यक है। 'जंगल राज,' 'गुंडा राज' और राज्य के लोगों का शोषण करने वालों के अत्याचारों को समाप्त करने का समय आ गया है। उन लोगों को वोट दें जो सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करते हैं।"

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "राजद उत्पीड़न का प्रतीक बन गया है। इसने 'बिहारी' शब्द को अपमान का प्रतीक बना दिया है। यह पार्टी अपहरण, लूट और अपराध का पर्याय बन गई है। लालू यादव के नेतृत्व में बिहार को भारी नुकसान हुआ। इस बार जनता शांति और प्रगति को चुनेगी।"

बिहार के उपमुख्यमंत्री और लखीसराय विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा ने अपने आवास पर पूजा-अर्चना भी की।

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार सुबह 7 बजे राज्य के 18 जिलों में शुरू हो गया। 121 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है और इस चुनाव में 1192 पुरुष और 122 महिला उम्मीदवारों सहित 1314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।

भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार, इस चुनाव में कुल 3,75,13,302 मतदाता हैं, जिनमें 1,98,35,325 पुरुष, 1,76,77,219 महिलाएं और थर्ड जेंडर के 758 मतदाता शामिल हैं।

कुल मतदान केंद्रों की संख्या 45,341 है, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 36,733 और शहरी क्षेत्रों में 8,608 मतदान केंद्र शामिल हैं।

चुनाव आयोग ने इन जिलों में 320 आदर्श मतदान केंद्र, 926 महिला-प्रबंधित और 107 दिव्यांग-प्रबंधित मतदान केंद्र घोषित किए हैं। सभी 45,341 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग उपलब्ध होगी।

सामान्य मतदान केंद्रों पर मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। हालांकि, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम 5 बजे समाप्त होगा।

मतदान शुरू होने से पहले बूथ-स्तरीय एजेंटों की उपस्थिति में सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच एक मॉक पोल आयोजित किया गया।

खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय और बक्सर में मतदान जारी है।

पहले चरण के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सभी 18 जिलों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है, साथ ही संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष गश्ती दल तैनात किए गए हैं।

पटना जिला प्रशासन ने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी या अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए हर मतदान केंद्र पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

केवल पटना में 5,677 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 541 केवल महिलाओं के लिए, 49 आदर्श मतदान केंद्र, 14 दिव्यांगजन-अनुकूल मतदान केंद्र और तीन युवा-थीम वाले मतदान केंद्र शामिल हैं।

Point of View

यह कहना उचित है कि बिहार का चुनाव केवल सरकार बनाने का अवसर नहीं है, बल्कि यह राज्य के विकास का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है। जनता को सही चुनाव करने का अवसर दिया गया है।
NationPress
06/11/2025

Frequently Asked Questions

बिहार के चुनाव में मतदान का महत्व क्या है?
मतदान बिहार के विकास और सरकार को चुनने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह राज्य की दिशा तय करता है।
कितने मतदान केंद्र हैं बिहार में?
बिहार में कुल 45,341 मतदान केंद्र हैं, जिनमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के केंद्र शामिल हैं।