क्या बिहार की जीविका दीदियों ने एनडीए सरकार पर भरोसा जताया है, तेजस्वी यादव का प्रस्ताव क्यों ठुकराया?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जीविका दीदियों ने एनडीए सरकार पर भरोसा जताया है।
- तेजस्वी यादव का प्रस्ताव खारिज किया गया है।
- महिलाओं को नीतीश कुमार की सरकार में सुरक्षा मिलती है।
- सरकारी सहायता और रोजगार में वृद्धि हुई है।
बगहा, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनावी माहौल के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने यह घोषणा की है कि चुनाव में जीतने पर जीविका दीदियों को हर महीने 30,000 रुपए की सैलरी दी जाएगी। इसके साथ ही, जीविका दीदियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का वादा भी किया गया है। इस पर बिहार की जीविका दीदियों ने एनडीए सरकार पर भरोसा जताते हुए तेजस्वी यादव के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
महिलाओं का कहना है कि नीतीश कुमार के शासन में वे सुरक्षित महसूस करती हैं और राज्य महिला विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
जीविका समूह से जुड़ी मंजू देवी ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा कि हमें एनडीए सरकार पर अधिक विश्वास है। तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं है। चुनाव के समय बहुत सारे लालच दिए जाते हैं, लेकिन उनका कोई फायदा नहीं होता। लालू प्रसाद के समय केवल वादे हुए, मिला जंगल राज।
निर्मला देवी ने कहा कि तेजस्वी पर भरोसा नहीं है। एनडी सरकार महिलाओं की सुरक्षा करती है और उनकी सरकार में हम सुरक्षित महसूस करते हैं।
रामवती देवी ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार ने हमारे लिए बहुत कार्य किए हैं। तेल, राशन से लेकर समूह की सुविधाएं तक सब कुछ मिल रहा है। जीविका से जुड़ने के बाद हमारी आमदनी बढ़ी है और आत्मनिर्भरता मिली है।
वहीं, बिंदु देवी ने कहा कि पैसा पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने दिया है, इसलिए हम इन्हीं को वोट देंगे। इस साल जीविका से जुड़ी हूं और 10,000 रुपए रोजगार के लिए मिले हैं। उषा देवी ने कहा कि मोदी और नीतीश दोनों पर विश्वास है। जीविका से 10,000 रुपए मिले हैं, सुविधाएं बढ़ी हैं और बिजली भी मुफ्त मिली है। तेजस्वी पर भरोसा नहीं है।
अनीता देवी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार पर विश्वास इसलिए है कि उन्होंने हमें आर्थिक सहायता दी है। तेजस्वी यादव ने अब तक कुछ नहीं किया।
वहीं, आभा देवी ने स्पष्ट कहा कि हम तेजस्वी यादव का समर्थन नहीं करेंगे। हमारे बच्चों और महिलाओं के हित में नीतीश कुमार ही सही हैं।