क्या बिहार में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी? नीतीश सरकार ने तीन नए विभाग क्यों बनाए?
सारांश
Key Takeaways
- 1 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य
- तीन नए विभागों का गठन
- कौशल विकास और उच्च शिक्षा पर ध्यान
- उद्यमिता के अवसरों में वृद्धि
- बिहार विपणन प्रोत्साहन निगम का गठन
पटना, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि सरकार ने 2025 से 2030 के बीच 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार संरचनात्मक बदलाव कर रही है। रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा का बेहतर अवसर प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है। इसी दिशा में सरकार ने तीन नए विभागों का गठन किया है।
इनमें युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और नागर विमानन विभाग शामिल हैं। नीतीश सरकार मानती है कि इन विभागों की स्थापना से युवाओं को प्रशिक्षण, उद्यमिता और नौकरी के अवसरों से जोड़ने की प्रक्रिया और भी प्रभावी होगी।
सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा, "हमने अगले 5 वर्षों (2025-30) में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण देना आवश्यक है और उन्हें गुणवत्तापूर्ण उच्च एवं तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करानी होगी। इस लक्ष्य की उपलब्धि के लिए गहन अनुश्रवण भी किया जाएगा।"
सीएम ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के गठन का उद्देश्य उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार, अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देना और सभी वर्गों के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त कराना है। इसके अलावा, राज्य में कई नए हवाई अड्डों का निर्माण हो रहा है, जिससे नागर विमानन विभाग के गठन से औद्योगिक वातावरण में वृद्धि होगी और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
सीएम ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम निदेशालय एवं बिहार विपणन प्रोत्साहन निगम का गठन भी किया जाएगा, जिससे युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा। यह निदेशालय युवाओं को कौशल विकास के लिए मेगा स्किल सेंटर की स्थापना करेगा, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी के अवसर मिल सकें।
सीएम ने आगे लिखा, "बिहार विपणन प्रोत्साहन निगम के गठन से राज्य में कृषि, पशुपालन, बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ हस्तशिल्प, ग्रामीण उद्योग, लघु एवं कुटीर उद्योगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। हम बिहार के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगातार प्रयासरत हैं।"