क्या बिहार में बदलाव की आहट है? कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ेगी: सचिन पायलट

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में बदलाव की आहट
- कांग्रेस चुनाव में मजबूती से उतरेगी
- राहुल गांधी की यात्रा का भारी समर्थन
- नीतीश सरकार की जिम्मेदारी
- जातीय जनगणना की मांग
पटना, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के नेता सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में बदलाव की संकेत मिल रहे हैं और हम पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' को बिहार में अपार समर्थन प्राप्त हुआ।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक में बिहार के मुद्दों पर चर्चा हुई। वर्तमान में बिहार की आर्थिक स्थिति गंभीर है।
सरकार के वादों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने वादों का जवाब देना होगा। बिहार में उपस्थित आर्थिक संकट की जिम्मेदारी केंद्र और नीतीश सरकार की भी है।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने जीएसटी के स्लैब को कम किया है, जबकि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पिछले आठ वर्षों से जीएसटी में संशोधन की मांग कर रही थी। अब केंद्र सरकार अपनी गलती को सुधारने में आठ साल लगा चुकी है और इसे रिफॉर्म का नाम दिया जा रहा है।
जातीय जनगणना पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के जातिगत जनगणना के समर्थन में भाजपा ने विरोध किया था, लेकिन अब उन्हें इस मांग के आगे झुकना पड़ा है।
बिहार की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने बताया कि यहाँ पेपर लीक और धांधली की घटनाएँ बढ़ रही हैं। जब युवा अपने भविष्य को अंधकार में देखते हुए सड़कों पर आए, तो उन्हें लाठियों से पीटा गया। भाजपा के नेता चुनाव में लोगों को लुभाने के लिए कई वादे कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में कोई प्रगति नहीं हो रही है।