क्या बिहार में गरीबों को उजाड़ा जा रहा है, माफिया की जांच कब होगी? : पप्पू यादव
सारांश
Key Takeaways
- सरकार पर गरीबों के खिलाफ जुल्म करने का आरोप।
- माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं।
- बिहार में जमीन और बालू माफिया का बढ़ता प्रभाव।
- बच्चों के भविष्य और आर्थिक आजादी पर जोर।
- सदन में इस मुद्दे को उठाने का आश्वासन।
पटना, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों पर जुल्म कर रही है और कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही है।
उन्होंने सवाल किया कि यदि पटना में स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिती खराब है, तो आप क्या कर रहे हैं? भाजपा के नेता जमीन पट्टे पर देने की बात कर रहे हैं, क्या वे इसे माफियाओं को देना चाहते हैं?
उन्होंने बताया कि बिहार में जमीन और बालू माफिया ने पूरे गांवों पर कब्जा कर लिया है। जमीन पहले ही बेची जा चुकी है, इसकी जांच कब होगी?
पप्पू यादव ने कहा कि सरकार ने माफियाओं को जमीन बेचने की अनुमति दी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। परचून, सब्जी, और फलसदन की कार्यवाही बाधित है। जब भी मौका मिलेगा, मैं इस मुद्दे को सदन में उठाऊंगा।
पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि घुसपैठिया कौन है? किस आधार पर ऐसा बयान दिया गया है, इसे समझना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिहार में एसआईआर के तहत कितने घुसपैठिये मिले हैं? दलितों और ओबीसी समाज का अधिकार छीना गया है।
लालू यादव के नए आवास पर पूछे गए सवाल को उन्होंने नजरअंदाज किया और कहा कि मुख्य मुद्दा बिहार का विकास, दो लाख रुपए, गन्ने की फैक्ट्री, और बच्चों का भविष्य है। लालू यादव को इस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। कुछ लोग अब भी उनके नाम पर अपनी दुकानें चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष का असली मुद्दा इस देश के गणतंत्र को बचाना है। आर्थिक आजादी और बच्चों के भविष्य की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।