क्या बिहार के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे पीएम मोदी?
सारांश
Key Takeaways
- शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होगा।
- भव्य आयोजन में 2-3 लाख मतदाता शामिल होंगे।
- पीएम मोदी की उपस्थिति इस समारोह को खास बनाती है।
- बिहार में विकास के नए अध्याय की शुरुआत।
- नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
पटना, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के बाद 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है। इस समारोह में पीएम मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। इस समारोह के बारे में बिहार भाजपा के प्रमुख दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह भव्य होने वाला है।
पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में दिलीप जायसवाल ने कहा कि इस प्रकार का शपथ ग्रहण समारोह पहली बार आयोजित किया जा रहा है, और उत्सव का माहौल बना हुआ है। गांधी मैदान में इससे पहले भी शपथ ग्रहण समारोह हो चुके हैं, लेकिन इस बार यह एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस समारोह की विशेषता यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। उनके साथ, बिहार से लगभग 2-3 लाख मतदाता भी उपस्थित रहेंगे। यह एक उत्सवात्मक माहौल होगा, और हम विकसित बिहार के सपने को पूरा करने के लिए आगे बढ़ चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व और पीएम मोदी की गारंटी पर लोगों ने भरोसा जताया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें प्रचंड बहुमत मिला है।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी, और अब सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी होने जा रही है। आज सुबह 11:30 बजे पार्टी कार्यालय के अटल सभागार में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें सभी सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्य शामिल रहेंगे। वहीं, 11 बजे जदयू की ओर से विधायक दल की बैठक होगी। 3.30 बजे एनडीए घटक दल के सभी विधायकों की बैठक होगी। इसके बाद नेता का चयन किया जाएगा।
जायसवाल ने कहा कि इसके बाद नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले, भाजपा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के एक सम्मानित नेता हैं, और चूंकि वह 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे हैं, इसलिए उन्हें हार्दिक बधाई मिलनी चाहिए।
विपक्ष द्वारा चुनाव को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर उन्होंने कहा कि जब भी विपक्ष चुनाव हारता है, तब यही सब करता है, कभी वोट चोरी का आरोप लगाता है, कभी ईवीएम का, बस बहाने बनाता रहता है। विपक्ष को समझना चाहिए कि जिस तरह से उन्होंने बिहार को धोखा दिया है, यह उसका परिणाम है।