क्या बिहार के पूर्व मंत्री प्रेम कुमार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने में सफल होंगे?
सारांश
Key Takeaways
- प्रेम कुमार का विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना लगभग निश्चित है।
- भाजपा ने विधानसभा चुनाव में 89 सीटें जीती हैं।
- महागठबंधन को 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
- प्रेम कुमार ने गया सदर सीट पर लगातार नौवीं बार विधायक चुने गए हैं।
- विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है।
पटना, १ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गया सदर विधानसभा क्षेत्र से नवीनतम प्रेम कुमार का विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चयन लगभग निश्चित माना जा रहा है। उन्होंने सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे।
बिहार की १८वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से प्रारंभ हो गया है। पहले दिन प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई। इसके पश्चात, बिहार के पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रस्तुत किया। उनका निर्विरोध चयन लगभग निश्चित माना जा रहा है।
हाल ही में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को ३५ सीटों पर संतोष करना पड़ा है। प्रेम कुमार भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने गया सदर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है। वे इस सीट से लगातार नौवीं बार विधायक चुने गए हैं। बिहार सरकार में उन्होंने कई विभागों के मंत्री का कार्यभार भी सफलता पूर्वक संभाला है। वे विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं।
हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ८९ सीटों पर विजय प्राप्त की। दूसरे स्थान पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ८५ सीटों के साथ है। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति (आर) ने २९ सीटों पर चुनाव लड़ा और १९ सीटों पर जीत हासिल की, जो एनडीए में तीसरे स्थान की सबसे बड़ी पार्टी बन गई। एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटों पर जीत मिली है। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को २५ सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को ६ सीटों पर संतोष करना पड़ा।