क्या बिहार के अधिकांश जिलों में शीतलहर से राहत मिलने की कोई संभावना है?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में शीतलहर का प्रभाव जारी है।
- गयाजी में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस है।
- कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई है।
- स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
- अगले कुछ दिनों में राहत की उम्मीद नहीं है।
पटना, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में पछुआ हवा के प्रभाव और घने कोहरे के चलते शीत दिवसन्यूनतम तापमान और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर काफी कम हो गया है। पटना में पिछले तीन दिनों से धूप की किरणें नहीं दिखी हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों में इस मौसम से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। पिछले 24 घंटों में राज्य के कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया। गयाजी में रविवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से 14.1 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
पिछले 24 घंटों में राज्य के पश्चिम और मध्य जिलों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई, जबकि अन्य क्षेत्रों में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ। मौसम विभाग ने बताया कि आगामी सात दिनों में मौसम में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। अगले 24 घंटों में गयाजी, नालंदा, अरवल और जहानाबाद के कुछ क्षेत्रों में शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रह सकती है, और उत्तर-पश्चिम जिलों जैसे कि सीतामढ़ी और शिवहर में घना कोहरा छाने की संभावना है।
राज्य के अन्य जिलों में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाने का अनुमान है। इस बीच, शीत दिवस के कारण स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
गयाजी जिला के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने 24 दिसंबर तक सभी सरकारी विद्यालयों (प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों सहित) और निजी विद्यालयों में कक्षा पांच तक शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है। कक्षा छह और उससे ऊपर की कक्षाओं की गतिविधियां पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न 2 बजे तक सावधानीपूर्वक जारी रहेंगी। विशेष कक्षाओं के संचालन में कोई परिवर्तन नहीं होगा।