क्या बिहार में अभी भी जंगलराज है और एनडीए 2005 के पहले की बात कर रहा है? : सुरेंद्र राजपूत
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में जंगलराज का माहौल है।
- सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
- स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर विवाद है।
- उमर खालिद का मामला न्याय की प्रतीक्षा में है।
- राजनीतिक बयानबाजी समाज को विभाजित कर रही है।
लखनऊ, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जंगलराज देखने को मिल रहा है और वे 20 साल पहले की बात कर रहे हैं। आज खुलेआम हत्या हो रही है और सरकार अपना काम नहीं देख रही है।
सुरेंद्र राजपूत ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "आज बिहार में जंगलराज देखने को मिल रहा है। जिस पर हत्या का आरोप है, सरकार उसे वीआईपी व्यवस्था दे रही है और ये लोग 2005 के पहले वाली सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। अगर वे वीआईपी व्यवस्था न देते तो उसे मोकामा की जेल में होना चाहिए था। यह सब सरकार इसलिए कर रही है क्योंकि वह सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशी हैं।"
यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान 'जय श्री राम का नारा अब अराजकता फैलाने का लाइसेंस बन गया है' पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा, "स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग अब राजनीति में फंक्शनल नहीं रह गए हैं। अपने आपको मीडिया पर लाने के लिए, अखबारबाजी करने के लिए ऐसे विवादित बयान दिया करते हैं।"
उन्होंने कहा कि ऐसे विवादित बयानों की सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है। ऐसे लोगों पर टीका-टिप्पणी करके उन्हें व्यवस्था का अंग नहीं बनाया जाना चाहिए, जो लोग समाज को विभाजित करने का काम करते हैं।
अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते दिन एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि जय श्रीराम और जय बजरंगबली जैसे धार्मिक नारे अब दंगा कराने और नफरत फैलाने का लाइसेंस बन चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और उसके समर्थक इन नारों का इस्तेमाल धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए कर रहे हैं।
सुरेंद्र राजपूत ने दिल्ली दंगे के आरोप में जेल में बंद उमर खालिद के समर्थन में दिग्विजय सिंह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पोस्ट पर कहा, "जिस तरीके से लगातार चार साल से उन्हें जमानत नहीं मिल रही है और उनका केस भी कहीं डिसाइड नहीं हो रहा, तो निश्चित तौर पर सरकार पर गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट को चाहिए कि न्याय की व्यवस्था करें। अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो और जो निरपराध हैं, उन्हें छोड़ा जाए।"
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के दिए गए बयान "78 साल में गांधी परिवार ने केवल लूटने का ही काम किया है" पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने सवाल किया कि क्या बिहार चुनाव की हार देखकर भारतीय जनता पार्टी के लोग परेशान हो गए हैं? उन्होंने कहा कि बिहार को एनडीए की सरकार ने लूटा है और आरोप गांधी परिवार पर लगाया जा रहा है।