क्या अमेरिकी रक्षा सचिव हेगसेथ दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं? संयुक्त डीएमजी से होगी मुलाकात
सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण कोरिया के ओसान एयर बेस पर अमेरिकी रक्षा मंत्री की यात्रा।
- संयुक्त सुरक्षा क्षेत्र में यात्रा का महत्व।
- उत्तर कोरिया के साथ तनाव कम करने का प्रयास।
- ओपीसीओएन के हस्तांतरण पर चर्चा।
- सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के प्रयास।
ओसान एयर बेस/सोल, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ सोमवार को दक्षिण कोरिया के ओसान एयर बेस पर पहुंचे। यहां वे रक्षा मंत्री आह्न ग्यू-बैक के साथ दोनों देशों के बीच गठबंधन को पुनः स्थापित करने पर चर्चा करेंगे। दोनों रक्षा प्रमुख उत्तर कोरिया के साथ तनावपूर्ण सीमा का दौरा भी करेंगे।
दोनों कोरियाई देशों के बीच असैन्यीकृत क्षेत्र (डीएमजी) के अंतर्गत संयुक्त सुरक्षा क्षेत्र (जेएसए) में आह्न और हेगसेथ की संयुक्त यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम होगी। यह यात्रा अक्टूबर 2017 के बाद से सहयोगी देशों के रक्षा प्रमुखों की पहली यात्रा है, जो तनाव कम करने और सहयोग बढ़ाने के प्रयासों को बल देगी।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा के दौरान हेगसेथ के डीएमजी में तैनात कोरियाई और अमेरिकी सैनिकों से मिलने और सोल से लगभग 65 किलोमीटर दक्षिण में स्थित विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे कैंप हम्फ्रीज का दौरा करने की उम्मीद है। वे सैनिकों और उनके परिवारों का आभार व्यक्त करेंगे।
आह्न और हेगसेथ मंगलवार को सहयोगी देशों की वार्षिक रक्षा वार्ता में संयुक्त रूप से भाग लेंगे। इसे सुरक्षा परामर्श बैठक कहा जाता है, जिसमें उत्तर कोरिया पर उनके नीतिगत समन्वय और संयुक्त रक्षा रुख जैसे गठबंधन के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
कोरियाई प्रायद्वीप पर 250 किलोमीटर लंबा असैन्यीकृत क्षेत्र (डीएमजी) सोल और प्योंगयांग के बीच एक बफर जोन के रूप में कार्य करता है। यह क्षेत्र तकनीकी रूप से युद्ध की स्थिति में है, क्योंकि 1950-53 का कोरियाई युद्ध शांति संधि के बजाय युद्धविराम के साथ समाप्त हुआ था।
इस वर्ष की बैठक में प्रमुख गठबंधन और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हो सकती है, जिसमें दक्षिण कोरिया में तैनात अमेरिकी सेनाओं की 'रणनीतिक लचीलापन' और वाशिंगटन से युद्धकालीन परिचालन नियंत्रण (ओपीसीओएन) वापस लेने के लिए सोल का प्रयास शामिल है।
पिछले सप्ताह राष्ट्रपति ली जे म्युंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शिखर वार्ता में प्रासंगिक चर्चा हुई। इसके बाद, दोनों पक्षों द्वारा परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी हासिल करने के सोल के प्रयास पर भी विचार-विमर्श की संभावना है।
दक्षिण कोरिया ने राष्ट्रपति ली जे म्युंग के 2030 में समाप्त होने वाले पांच साल के कार्यकाल के दौरान वाशिंगटन से ओपीसीओएन वापस पाने का संकल्प लिया है।
हेगसेथ ने ओपीसीओएन के हस्तांतरण के लिए सोल के प्रयास को 'शानदार' बताया है और दक्षिण कोरिया को एक 'विश्वसनीय युद्ध सहयोगी' कहा है।
इस पर रक्षा मंत्री आह्न ने कहा है कि वह एक मजबूत और दृढ़ गठबंधन बनाए रखते हुए वाशिंगटन से ओपीसीओएन को वापस लेने के लिए 'अत्यंत' प्रयास करेंगे।