क्या भारत की मजबूत लोकतांत्रिक नींव के कारण दुनिया निवेश के लिए आकर्षित हो रही है?
                                सारांश
Key Takeaways
- भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था वैश्विक निवेश को आकर्षित कर रही है।
 - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण है।
 - व्यापार-अनुकूल वातावरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता है।
 - महिलाओं और युवाओं की भागीदारी बढ़ रही है।
 - पश्चिम बंगाल का ऐतिहासिक योगदान महत्वपूर्ण है।
 
नई दिल्ली, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स के 125वें वर्षगांठ समारोह को संबोधित किया। समारोह का विषय था "भारत 100 : एक नए सवेरे का युग।"
ओम बिरला ने कहा कि भारत की मजबूत और जीवंत लोकतांत्रिक व्यवस्था से आकर्षित होकर दुनिया भारत में निवेश करने के लिए तेजी से इच्छुक हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
बिरला ने न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन को बढ़ावा देकर नौकरशाही बाधाओं को कम करके और औद्योगिक विस्तार को सक्षम बनाकर व्यापार-अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया।
उन्होंने निजी क्षेत्र को अनुसंधान और विकास में निवेश बढ़ाने और वैश्विक मानकों के अनुरूप ढलने के लिए प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री के इस आश्वासन का स्वागत किया कि सरकार ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाएगी और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व की ओर भारत की प्रगति को और मजबूत करेगी।
इस कार्यक्रम में उद्योग और वाणिज्य जगत के प्रतिष्ठित प्रमुख शामिल हुए।
बिरला ने भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स को देश भर के व्यावसायिक चैंबरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए जनहित के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने में इसके अग्रणी प्रयासों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में भारत का उल्लेखनीय परिवर्तन, यहां तक कि एक तेजी से जटिल होते वैश्विक परिवेश में भी इसके व्यावसायिक समुदाय की दूरदर्शिता, लचीलेपन और उद्यमशीलता की भावना का प्रमाण है।
उन्होंने देश के आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक विकास में संस्था के ऐतिहासिक योगदान की सराहना करते हुए मारवाड़ी चैंबर ऑफ कॉमर्स के रूप में इसकी शुरुआत को याद किया। बिरला ने संस्था की गौरवशाली 125 वर्षों की यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यह लचीलेपन, दूरदर्शिता और राष्ट्र के प्रति समर्पित सेवा से चिह्नित है।
बिरला ने देश की लोकतांत्रिक ताकत पर कहा कि दूरदर्शी नेतृत्व, स्थिरता और समावेशिता के साथ मिलकर भारत को दुनिया के लिए एक आदर्श लोकतंत्र बनाता है। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं है, बल्कि एक जीवन शैली है जो देश के सामाजिक और सांस्कृतिक लोकाचार में गहराई से समाहित है। जहां लोकतंत्र फलता-फूलता है, वहां मजबूत और स्थिर शासन भी पनपता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने समावेशी विकास में महिलाओं और युवाओं की भूमिका पर कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उनकी बढ़ती भागीदारी एक गहन सामाजिक परिवर्तन को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि विविध क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और वे एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी।
देश की प्रगति में पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक और निरंतर योगदान को स्वीकार करते हुए बिरला ने कहा कि यह राज्य लंबे समय से बौद्धिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक उत्कृष्टता का केंद्र रहा है। बंगाल ने प्रख्यात विचारकों, कवियों, सुधारकों और औद्योगिक अग्रदूतों को जन्म दिया है और यह स्वतंत्रता आंदोलन के केंद्र में रहा है।