क्या बिहार में अंगीठी के धुएं से बुजुर्ग महिला और बच्चों की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- धुएं से दम घुटने से बचने के लिए हमेशा खिड़कियां खुली रखें।
- बंद कमरे में अंगीठी का उपयोग न करें।
- विशेष रूप से ठंडी रातों में सावधानी बरतें।
- अगर धुआं महसूस हो, तो तुरंत बाहर निकलें।
- स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा उपायों की जानकारी लें।
गया, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में ठंड से बचने के लिए एक परिवार ने कमरे में अंगीठी जलाकर सोने का निर्णय लिया, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। रात के समय दम घुटने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। इनमें एक बुजुर्ग महिला और दो बच्चे शामिल हैं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना वजीरगंज थाना अंतर्गत कुर्किहार गांव की है, जहां एक कमरे में सो रहे तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों में 60 वर्षीय मीना देवी, उनके तीन वर्षीय पोते सुजीत कुमार और पांच वर्षीय पोती अंशु कुमारी शामिल हैं। बताया गया है कि ठंड से बचने के लिए मीना देवी ने मंगलवार को अंगीठी जलाकर अपने नाती-पोतियों के साथ सोने का फैसला किया।
कमरे के दरवाजे और खिड़की बंद होने के कारण धुआं तेजी से कमरे में फैल गया, जिसके परिणामस्वरूप तीनों की दम घुटने से मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, कमरे में धुआं भर जाने के बाद जब उन्होंने दरवाजा खोला, तो तीनों बेहोश पाए गए। उन्हें उठाने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वजीरगंज थाना के प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि पहली नज़र में, तीनों की मौत का कारण अंगीठी के धुएं से दम घुटना है। पुलिस मामले की विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृत्यु के सही कारणों का पता चलेगा। इस समय, तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है।
इस घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि बंद कमरे में अंगीठी या हीटर का उपयोग न करें। कमरे की खिड़कियां खुली रखें और अगर धुआं फैल जाए तो तुरंत बाहर निकलें और कमरे का दरवाजा और खिड़की खोल दें।