क्या बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं? : कांग्रेस सांसद मनोज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है।
- गुंडाराज का परिचायक है कि प्रशासन अपराधियों पर नियंत्रण नहीं रख पा रहा।
- कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राजनीतिक दलों को मिलकर समाधान निकालने की आवश्यकता है।
- बिहार में हत्याएं बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय है।
नई दिल्ली, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में गुंडाराज व्याप्त है, अपराधी निडर हैं और उनके हौसले बुलंद हैं।
कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार में गुंडाराज का बोलबाला है, आए दिन हत्याएं हो रही हैं। बिहार की राजधानी पटना से पूरे प्रदेश का संचालन किया जाता है, जहां पिछले चार-पांच महीनों में लगभग 120 हत्याएं हो चुकी हैं। प्रशासन और सरकार सो रही है। अपराधियों का हौसला बुलंद है। अपराध अपने चरम पर है, अपराधी हत्याएं कर रहे हैं, गोलियां चला रहे हैं और लोगों की जान ले रहे हैं। मेरे संसदीय क्षेत्र में दो थाना प्रभारी को पैसा लेते हुए पकड़ा गया है।
उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर कहा कि राहुल गांधी इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी क्रम में बिहार बंद का आह्वान किया गया और राहुल गांधी सड़कों पर उतरे। आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड को मान्यता नहीं देनी थी, तो बनवाया क्यों गया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई है। हम हमेशा से कहते आए हैं कि लोकतंत्र और संविधान खतरे में हैं। लेकिन, कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी।
उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के चयन पर कहा कि उन्हें शुभकामनाएं। जब कोई भारतीय इस तरह का कीर्तिमान रचता है तो उसका कोई जाति-धर्म नहीं होता, उसका धर्म केवल भारतीय होना है। वह आज एक भारतीय के नाते वहां पहुंचे हैं, उनके कंधे पर जो झंडा लगा है, वह भारत का है। मैं समझता हूं कि यह बहुत बड़ी बात है। इस पर किसी तरह की राजनीति उचित नहीं है।
उन्होंने बालासोर में छात्रा के आत्मदाह के मुद्दे पर कहा कि यह घटना शर्मसार करने वाली है। मेरी उस परिवार के प्रति संवेदना है। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि जहां-जहां उनकी सरकार है, वहां बदहाली है। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।