क्या बिहार में मौत का जश्न मनाने वाले बेखौफ हमलावरों का आतंक है? - प्रमोद तिवारी

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में बेखौफ अपराधी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं।
- डबल इंजन की सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए।
- राहुल गांधी का समर्थन गरीबों के मताधिकार के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पीएम मोदी ने शुक्रवार को बिहार का दौरा किया, जहां उन्होंने राज्य के लोगों को करोड़ों रुपए का उपहार दिया। हालांकि, विपक्ष ने पीएम के इस दौरे को चुनावी रैली करार दिया है और बिहार की कानून व्यवस्था पर डबल इंजन की सरकार पर तीखा हमला किया है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पटना में क्या चल रहा है? एक अस्पताल में बेखौफ अपराधी आते हैं, गोलाबारी करते हैं और जश्न मनाते हुए बाहर चले जाते हैं। इस वीडियो को देखकर आज बिहार का हर बच्चा भय के साए में जी रहा है।
शुक्रवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने बिहार की वर्तमान कानून व्यवस्था को आतंक का राज बताया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार से जंगलराज समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन अब बिहार में आतंक का राज स्थापित हो गया है। हर दिन हत्या और डकैती अब सामान्य हो गई हैं। उन्होंने वोटर वेरिफिकेशन पर कहा कि चुनाव आयोग गरीब, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और गरीब सवर्णों के नाम मतदाता सूची से हटा रहा है, जिससे उनकी मताधिकार छिन जाएगा। राहुल गांधी ने इस मुद्दे को सही उठाया है और हम उनका समर्थन करते हैं।
पटना अस्पताल की घटना पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान को उन्होंने गलत बताया। उन्होंने कहा कि क्या सरकारी और प्राइवेट में फर्क होता है? वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और उन्हें यह सब पता होना चाहिए। सुरक्षा मुहैया कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
कांग्रेस सांसद ने एडीजी के बेतुके बयान को भी नकारते हुए कहा कि वे क्या साबित करना चाहते हैं? मानसून में किसान खाली रहते हैं, क्या इसका मतलब है कि वे अपराध कर रहे हैं? कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल होने के बाद पुलिस के बड़े अधिकारी ऐसे बयान देकर बेशर्मी दिखा रहे हैं।
वहीं, रॉबर्ट वाड्रा मामले पर उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई है, भाजपा लगातार झूठे मामले दर्ज करवा रही है। ईडी और सीबीआई की ओर से फर्जी मामले लगाए गए हैं। न्यायपालिका से न्याय मिलता है और हमें विश्वास है कि सत्य की जीत होगी।
अमेरिका द्वारा टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किए जाने पर उन्होंने कहा कि कब तक इस पर चर्चा करेंगे? ढाई महीने से अधिक हो गए हैं। पहलगाम में जिन्होंने हमारी माताओं और बेटियों का मान भंग किया, उनके हत्यारे कहां हैं? भारत सरकार और कश्मीर की कानून व्यवस्था से करोड़ों लोग जवाब मांग रहे हैं।