क्या टाटा संस ने एयर इंडिया दुर्घटना के पीड़ितों के लिए 500 करोड़ रुपए का ट्रस्ट बनाया?

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क्या टाटा संस ने एयर इंडिया दुर्घटना के पीड़ितों के लिए 500 करोड़ रुपए का ट्रस्ट बनाया?

सारांश

टाटा संस ने एयर इंडिया की दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता के लिए 500 करोड़ रुपए का ट्रस्ट स्थापित किया है। इस ट्रस्ट का उद्देश्य पीड़ितों के परिवारों और घायलों को सहायता प्रदान करना है। जानिए इस ट्रस्ट के बारे में और इसकी महत्वपूर्ण जानकारी।

Key Takeaways

  • टाटा संस ने 500 करोड़ रुपए का ट्रस्ट स्थापित किया है।
  • यह ट्रस्ट एयर इंडिया की दुर्घटना के पीड़ितों के लिए समर्पित है।
  • ट्रस्ट का प्रबंधन 5 सदस्यीय न्यासी बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
  • ट्रस्ट मृतकों के परिवारों और घायलों को सहायता प्रदान करेगा।
  • टाटा ट्रस्ट्स ने भी ट्रस्ट के लिए 500 करोड़ रुपए का योगदान दिया है।

मुंबई, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। टाटा संस ने शुक्रवार को मुंबई में 500 करोड़ रुपए के एक सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट का पंजीकरण औपचारिक रूप से पूरा किया है। यह ट्रस्ट 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई-171 की दुखद घटना के पीड़ितों के लिए समर्पित है, जिसमें 260 लोग मारे गए थे।

कंपनी के एक बयान के अनुसार, ट्रस्ट का नाम 'एआई-171 मेमोरियल एंड वेलफेयर ट्रस्ट' होगा, जो मृतकों के आश्रितों/निकटतम रिश्तेदारों, घायलों और दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों को तत्काल और निरंतर सहायता प्रदान करेगा।

कंपनी ने कहा, "यह ट्रस्ट दुर्घटना के बाद अमूल्य सहायता प्रदान करने वाले फर्स्ट रेस्पॉन्डर्स, चिकित्सा और आपदा राहत पेशेवरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों को भी समर्थन प्रदान करेगा।"

टाटा संस और टाटा ट्रस्ट्स ने ट्रस्ट के परोपकारी कार्यों के लिए 500 करोड़ रुपए (दोनों ने 250-250 करोड़ रुपए) देने का संकल्प लिया है। इसमें मृतकों के लिए 1 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि, गंभीर रूप से घायलों का इलाज और दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बी.जे. मेडिकल कॉलेज छात्रावास के पुनर्निर्माण के लिए सहायता शामिल है।

ट्रस्ट का प्रबंधन एक 5 सदस्यीय न्यासी बोर्ड द्वारा किया जाएगा। बोर्ड में पहले दो ट्रस्टी टाटा समूह के पूर्व दिग्गज एस. पद्मनाभन और टाटा संस के जनरल काउंसल सिद्धार्थ शर्मा हैं।

टाटा संस ने कहा, "अतिरिक्त ट्रस्टियों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। कर अधिकारियों के साथ आवश्यक पंजीकरण और अन्य औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद ट्रस्ट को फंड किया जाएगा और यह गंभीरता से अपना कार्य प्रारंभ करेगा।"

इस बीच, फेडरेशन ऑफ इंडिया पायलट (एफआईपी) ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भेजे पत्र में कहा है कि अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में दो संभावित तकनीकी परिदृश्यों पर पर्याप्त रूप से विचार नहीं किया गया है।

संघ ने मंत्रालय से जांच में और अधिक विशेषज्ञों को शामिल करने का आग्रह किया है।

पायलटों के समूह एएलपीए-इंडिया ने यह भी कहा है कि दुर्घटनाग्रस्त एआई-171 विमान के चालक दल ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया।

एएलपीए इंडिया ने एक बयान में कहा, "एआई-171 के चालक दल ने यात्रियों की सुरक्षा और जमीन पर नुकसान को कम करने के लिए अपनी आखिरी सांस तक प्रयास किए। वे सम्मान के पात्र हैं।"

Point of View

बल्कि यह समाज में सहायता की भावना को भी दर्शाता है। टाटा संस का यह कदम एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे कंपनियाँ कठिन समय में समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा सकती हैं। हमें ऐसे प्रयासों का समर्थन करना चाहिए जो पीड़ितों के जीवन में सुधार लाते हैं।
NationPress
18/07/2025

Frequently Asked Questions

टाटा संस का ट्रस्ट कब स्थापित हुआ?
टाटा संस ने 18 जुलाई को 500 करोड़ रुपए का ट्रस्ट स्थापित किया।
इस ट्रस्ट का उद्देश्य क्या है?
इस ट्रस्ट का उद्देश्य एयर इंडिया के दुर्घटना पीड़ितों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करना है।
ट्रस्ट में कौन-कौन शामिल है?
ट्रस्ट का प्रबंधन एक 5 सदस्यीय न्यासी बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
क्या ट्रस्ट को और वित्तीय सहायता मिलेगी?
हां, टाटा ट्रस्ट्स ने भी इस ट्रस्ट के लिए 500 करोड़ रुपए देने का संकल्प लिया है।
क्या ट्रस्ट अन्य लोगों को भी सहायता देगा?
हां, ट्रस्ट उन सभी को सहायता प्रदान करेगा जो दुर्घटना से प्रभावित हुए हैं।