क्या बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर विभिन्न दृष्टिकोण हैं।
- संजय झा का दावा है कि जनता का विश्वास नीतीश कुमार पर है।
- विपक्ष चुनावों के समय पर मुद्दों को उठाने में सक्रिय है।
पटना, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में कानून-व्यवस्था पर विपक्ष द्वारा लगातार उठाए जा रहे सवालों के बीच, उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के बाद व्यवसायियों में भी असंतोष का माहौल है। इस संदर्भ में, बिहार के सत्ताधारी जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय झा ने स्पष्ट किया कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है।
पटना में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाएं कहीं भी घट सकती हैं। पटना की हालिया घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद समीक्षा की है और आज भी फीडबैक लिया है। इसके परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।
संजय झा ने 9 जुलाईराहुल गांधी के शामिल होने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "चुनाव आ गया है, इसलिए वे आएंगे। बिहार से उन्हें क्या लेना-देना है? बिहार के लिए उन्होंने क्या किया है? कब आए? अब चुनाव के समय पर बिहार की सड़कों पर आएंगे।"
उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण के संबंध में विपक्ष के विरोध पर कहा कि चुनाव आयोग का काम चल रहा है। हमें अपने कार्यकर्ताओं से संवाद करना होगा। यदि कोई समस्या होगी, तो हम अपनी बात रखेंगे।
जदयू नेता संजय झा ने कहा कि जनता महान होती है और वही निर्णय लेती है। उन्होंने कहा कि जनता का भरोसा नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर है। यह केवल बातें नहीं हैं, बल्कि पिछले कई चुनावों में यह सिद्ध हो चुका है। उनका मानना है कि 2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की अप्रत्याशित जीत होगी, जो अब तक नहीं हुई है।