क्या बिहार में जनता के दिए बहुमत का अपमान नहीं करना चाहिए विपक्ष को?: राहुल नार्वेकर
Key Takeaways
- एनडीए की ऐतिहासिक विजय बिहार में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- राहुल नार्वेकर ने प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व सराहा।
- विपक्ष को जनता का अपमान नहीं करना चाहिए।
- महिलाओं और युवाओं ने भी एनडीए पर भरोसा जताया।
- वोट चोरी के आरोपों पर राहुल नार्वेकर ने प्रतिक्रिया दी।
मुंबई, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने ऐतिहासिक विजय हासिल की है। नतीजों के बाद से राजनीतिक बयानों में उबाल आ गया है। इस दौरान, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने एनडीए की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को दिया। उन्होंने विपक्ष पर जनता का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा,
"बिहार में एनडीए ने ऐतिहासिक विजय प्राप्त की है। मैं बिहार की जनता का धन्यवाद अदा करता हूँ कि उन्होंने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर विश्वास किया है। लोगों ने एनडीए की विचारधारा वाली सरकार को स्थापित कर राज्य की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है।"
राहुल नार्वेकर ने विपक्षी महागठबंधन के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ-साथ राहुल गांधी के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "नाच न आवे आंगन टेढ़ा, यह विपक्ष की कहानी है। जब लोकसभा चुनाव में विपक्ष को अच्छे परिणाम मिले थे, तब किसी ने आरोप नहीं लगाए, लेकिन आज जब उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है, तो वे बहाने बना रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जब किसी को हार मिलती है, तो उसे गर्व से स्वीकार करना चाहिए। विपक्ष के पास जनता द्वारा दिए गए बहुमत का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। इस चुनाव में महिलाओं, पुरुषों और युवाओं समेत सभी वर्गों ने एनडीए के प्रति विश्वास व्यक्त किया है।"
विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा, "जब विपक्ष वोट चोरी की बात करता है, तो लोग बेवकूफ नहीं हैं। वे सब समझते हैं। जब विपक्ष को अच्छे परिणाम मिलते हैं, तो वे वोट चोरी नहीं करते, लेकिन जब उनकी हार होती है, तो ये आरोप लगाते हैं। ऐसे आरोप लगाकर लोग जनता का अपमान कर रहे हैं।"