क्या बिहार में एनडीए को भारी जीत मिलने जा रही है, नीतीश कुमार फिर से बनेंगे सीएम?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार ने बिहार को नया रूप दिया है।
- महिलाओं के लिए 10,000 रुपए की सहायता योजना प्रभावी साबित हुई है।
- एनडीए ने हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया है।
- बिहार में विकास की नई कहानी लिखी जा रही है।
- पहले चरण का मतदान सकारात्मक संकेत दे रहा है।
पटना, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दो दशकों में अपने समावेशी और न्यायपूर्ण शासन के माध्यम से बिहार की तस्वीर को पूरी तरह से बदल दिया है। उनका कहना है कि यही कारण है कि नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से लगातार मुख्यमंत्री बने हुए हैं और आज भी जनता का उनके प्रति विश्वास अटूट है।
आठवले ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को नई दिशा दी है। पहले बिहार को पिछड़ेपन, अपराध और बेरोजगारी की पहचान से जाना जाता था, लेकिन अब वही बिहार विकास की नई कहानी लिख रहा है। गांव-गांव तक बिजली पहुंची है, सड़कों का जाल बिछा है, हर घर में नल का जल और शौचालय जैसी मूल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। महिलाएं आज आत्मनिर्भर बन रही हैं और शिक्षा के क्षेत्र में भी बिहार ने बड़ी छलांग लगाई है।"
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए सरकार ने हर वर्ग को जोड़ने की कोशिश की है, चाहे वे किसान हों, मजदूर हों या महिलाएं। यही वजह है कि लोग एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जता रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने विश्वास जताया कि इस चुनाव में एनडीए भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगा और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। बिहार की जनता जानती है कि विकास केवल सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही संभव है।
रामदास आठवले ने कहा कि इस बार महिलाओं ने रिकॉर्ड संख्या में मतदान कर अपने उत्साह और समर्थन को प्रदर्शित किया है।
उन्होंने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा महिलाओं को 10,000 रुपए की सहायता देने का फैसला बेहद सकारात्मक और प्रभावी कदम साबित हुआ है। हमारी बहनों ने इस योजना का दिल से स्वागत किया है और इसका असर मतदान में स्पष्ट दिख रहा है।"
आठवले ने कहा कि पहले चरण के उत्साहपूर्ण मतदान ने यह संकेत दे दिया है कि बिहार में फिर एक बार विकास और विश्वास की सरकार बनने जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, "राहुल गांधी आरोप लगाने में माहिर हैं। वह ऐसी बातें करते रहते हैं। जब उन्हें लोकसभा में इतनी बड़ी सफलता मिली थी, तब हमने उन पर 'वोट चोरी' का आरोप नहीं लगाया, लेकिन जब वे सत्ता में थे, तब कांग्रेस पार्टी 'वोट चोरी' करती थी।"