क्या बिहार में 'वोट चोरी' के खिलाफ जनसमर्थन बढ़ रहा है? : कन्हैया कुमार

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क्या बिहार में 'वोट चोरी' के खिलाफ जनसमर्थन बढ़ रहा है? : कन्हैया कुमार

सारांश

क्या बिहार में 'वोट चोरी' के खिलाफ जनसमर्थन बढ़ रहा है? जानें कन्हैया कुमार के बयान और यात्रा की महत्वपूर्ण बातें। बिहार के लोग लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

Key Takeaways

  • कन्हैया कुमार का नेतृत्व
  • 'वोट चोरी' के खिलाफ व्यापक जनसमर्थन
  • बिहार के लोग सजग और सक्रिय
  • डेमोक्रेसी की सुरक्षा के लिए सड़कों पर
  • इंडिया गठबंधन का समर्थन

नवादा, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि 'वोट चोरी' के विरोध में आयोजित की गई 'वोटर अधिकार यात्रा' को बिहार में अत्यधिक जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है। ऐसा समर्थन मिलने का कारण यह है कि यहां के मतदाता सजग हैं और बिहार के नागरिकों के दिल में लोकतंत्र की गहरी जड़ें हैं।

राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' में शामिल कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि पहले देश में विधायकों को रिसॉर्ट में पहुंचाकर 'सरकार चोरी' की जाती थी और अब वे हमारे मताधिकार की चोरी करके संविधान और लोकतंत्र को भी छीनना चाहते हैं। इस चोरी के खिलाफ व्यापक जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि बिहार के लोग समझते हैं कि चोरी से बनी सरकार जनता के लिए ईमानदारी से काम नहीं कर सकती है। जो सरकार चोरी से स्थापित हुई है, उससे ईमानदारी की उम्मीद नहीं की जा सकती। बिहारवासी जानते हैं कि जब हम मतदाता नहीं रहेंगे, तो हमारे पास कोई अधिकार नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि वोट का राज मतलब गरीबों का राज है। बिहार के आम लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि इस यात्रा में यह स्पष्ट दिख रहा है कि बिहार के लोगों ने सरकार बदलने और जदयू-भाजपा को हटाकर इंडिया गठबंधन को सत्ता में लाने की तैयारी कर ली है। बिहार की जनता वोट चोरों को कड़ा सबक सिखाएगी।

उन्होंने कहा कि जदयू-भाजपा सरकार के खिलाफ जो जनाक्रोश उमड़ रहा है, वह चुनाव आयोग के माध्यम से एसआईआर की साजिश को असफल कर देगा। वोट चोरों को सत्ता से हटना होगा। बिहार बदलेगा और इसके साथ ही देश भी बदलेगा।

राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से आरंभ हुई है। इस यात्रा में इंडिया गठबंधन के सदस्य राजद के नेता तेजस्वी यादव सहित सभी घटक दलों के नेता शामिल हैं। यह यात्रा 16 दिन में लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी और लगभग 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। 1 सितंबर को पटना में एक भव्य रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार में चल रही 'वोटर अधिकार यात्रा' न केवल एक राजनीतिक आंदोलन है, बल्कि यह लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का एक प्रयास भी है। बिहार की जनता ने यह साबित कर दिया है कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं और किसी भी प्रकार की चोरी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य क्या है?
वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाना है।
कन्हैया कुमार का इस यात्रा में क्या योगदान है?
कन्हैया कुमार इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और बिहार के मतदाताओं को प्रेरित कर रहे हैं।
यह यात्रा कब समाप्त होगी?
यह यात्रा 1 सितंबर को पटना में एक बड़े रैली के साथ समाप्त होगी।