क्या बिहार में बदलाव की बयार है, जनता को मिलेगी नई सरकार? : कन्हैया कुमार
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना है।
- कन्हैया कुमार का कहना है कि बदलाव की लहर चल रही है।
- नई सरकार रोजगार और पलायन की समस्या पर ध्यान देगी।
- नीतीश कुमार का संभावित भविष्य संदिग्ध है।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी का चुनाव प्रचार में सक्रिय रहना।
पटना, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल सक्रिय होकर अपनी जीत का आह्वान कर रहे हैं। इस संदर्भ में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में जल्द ही महागठबंधन की सरकार का गठन होने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि एनडीए को बहुमत मिला, तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।
कन्हैया कुमार ने कहा कि इस बार बिहार में बदलाव की लहर चल रही है और जनता परिवर्तन के लिए तैयार है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 14 नवंबर को चुनाव परिणाम आने पर एक नई सरकार बनेगी, जो युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी और पलायन की समस्या का समाधान करेगी।
कन्हैया ने यह भी कहा कि नई सरकार कानून-व्यवस्था, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी तथा डबल इंजन की सरकार के द्वारा की गई तबाही से राज्य को उबारने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर सुख, शांति, और समृद्धि की स्थिति बहाल की जाएगी।
कन्हैया कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जेडीयू को भाजपा ही परास्त कर रही है। उनके अनुसार, यदि गलती से भी एनडीए को बहुमत मिला, तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। कन्हैया ने कहा कि नीतीश कुमार का हाल भी महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे जैसा हो सकता है। उन्हें भाजपा से डरने की आवश्यकता है।
विधानसभा चुनाव न लड़ने के सवाल पर कन्हैया ने कहा कि केवल चुनाव लड़ना ही आवश्यक नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारियां दी हैं, वे उन्हें ईमानदारी से निभा रहे हैं।
कन्हैया कुमार ने बिहार में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के चुनाव प्रचार की शुरूआत के मौके पर कहा कि राहुल केवल चुनाव के समय नहीं, बल्कि चुनाव से पहले भी बिहार आते रहे हैं और चुनाव के बाद भी प्रदेश के लोगों के बीच रहेंगे।