क्या बिहार पुलिस ने लखनऊ से पकड़े गए अपराधी को भागने से रोका?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
- अपराधी ने भागने का प्रयास किया था।
- पुलिस ने उसे रोकने के लिए गोली चलाई।
- हथियार बरामदगी के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
- इस तरह की घटनाएं समाज में सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पटना पुलिस ने शुक्रवार की रात हत्या के आरोप में लखनऊ से पकड़े गए एक अपराधी को भागने की कोशिश करते समय उसके पैर में गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार, बालू कारोबारी रमाकांत यादव के हत्या के मामले में आरोपी अंशु उर्फ दिव्यांशु भागने की योजना बना रहा था। उसने पुलिस की गिरफ्त में रहते हुए बड़ी चालाकी से पुलिस टीम पर हमला करने का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी।
पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि 10 अगस्त को रानीतालाब थाना क्षेत्र में अपराधियों ने रमाकांत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में पहले ही दो आरोपियों बिट्टू और मंटू कुमार को गिरफ्तार किया गया था। इनके बयान के आधार पर अन्य संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी।
इसी क्रम में 15 अगस्त को पुलिस ने अंशु को लखनऊ से हिरासत में लिया और रानीतालाब थाना लाए। उसे साथ लेकर पुलिस टीम रात लगभग 11:05 बजे रानीतालाब क्षेत्र के नहर रोड पर हथियार बरामदगी के लिए जा रही थी, तभी उसने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की।
चेतावनी के बावजूद नहीं रुकने पर पुलिस ने नियंत्रित फायरिंग की, जिसमें उसके बाएं पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
पुलिस ने मौके से एक देसी पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस और एक डोंगल बरामद किया है। एसएसपी ने बताया कि रमाकांत यादव की हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी और हथियार बरामदगी के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।