क्या बिहार: राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्टता के लिए बीएयू सबौर को मिला 'प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड 2025'?

Click to start listening
क्या बिहार: राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्टता के लिए बीएयू सबौर को मिला 'प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड 2025'?

सारांश

बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर को 'प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड 2025' से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार राष्ट्रवाद और देशभक्ति में उत्कृष्टता के लिए दिया गया। जानें इस सम्मान का महत्व और विश्वविद्यालय के योगदान के बारे में।

Key Takeaways

  • बीएयू सबौर को 'प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड 2025' मिला।
  • यह पुरस्कार राष्ट्रीय गौरव को प्रोत्साहित करता है।
  • विश्वविद्यालय ने युवा सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • राष्ट्र-निर्माण में शिक्षा की अहम भूमिका है।
  • यह सम्मान समाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है।

भागलपुर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर को ‘प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड 2025’ से ‘बिहार राज्य का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय: राष्ट्रवाद, देशभक्ति एवं राष्ट्र-निर्माण में उत्कृष्टता’ की श्रेणी में सम्मानित किया गया है।

यह पुरस्कार वेटरन्स इंडिया द्वारा राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनबीए) के सहयोग से 16 दिसंबर को एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित एक गरिमामय समारोह में प्रदान किया गया।

प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड्स का उद्देश्य उन शैक्षणिक संस्थानों को मान्यता देना है जो केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित न रहकर राष्ट्रीय गौरव, सामाजिक उत्तरदायित्व एवं परिवर्तनकारी नेतृत्व की भावना को प्रोत्साहित करते हैं और इस प्रकार भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में योगदान देते हैं।

यह पहल शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति–2020 (एनईपी 2020), सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी), तथा विकसित भारत-2047 की परिकल्पना से जोड़ते हुए विश्वविद्यालयों को राष्ट्र-निर्माण के प्रमुख वाहक के रूप में स्थापित करती है।

बीएयू, सबौर का चयन राष्ट्रवाद, देशभक्ति, नेतृत्व, सामुदायिक सेवा, युवा सशक्तिकरण एवं मूल्य-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने वाली इसकी प्रभावशाली पहलों के लिए किया गया।

विश्वविद्यालय ने अपने शैक्षणिक, शोध एवं प्रसार कार्यक्रमों में राष्ट्रीय मूल्यों को निरंतर समाहित किया है तथा छात्रों को राष्ट्र-निर्माण कार्यक्रमों, सामुदायिक सहभागिता, किसान-केंद्रित विकास पहलों और युवा नेतृत्व गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया है।

इन प्रयासों से छात्रों एवं समाज में राष्ट्रीय एकता, अनुशासन, नागरिक जिम्मेदारी और सामाजिक प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।

इस अवसर पर कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने इस सम्मान के लिए वेटरन्स इंडिया एवं राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के प्रति आभार व्यक्त किया तथा इसे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों को समर्पित किया।

उन्होंने यह भी दोहराया कि बीएयू, सबौर, सामाजिक रूप से जिम्मेदार, मूल्य-निष्ठ स्नातकों के निर्माण तथा कृषि, शिक्षा और ग्रामीण विकास के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान निरंतर देता रहेगा।

Point of View

बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है। यह दर्शाता है कि कैसे शिक्षा संस्थान राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
NationPress
20/12/2025

Frequently Asked Questions

बिहार कृषि विश्वविद्यालय को यह पुरस्कार कब मिला?
बिहार कृषि विश्वविद्यालय को यह पुरस्कार 16 दिसंबर 2025 को दिया गया।
यह पुरस्कार किसने प्रदान किया?
यह पुरस्कार वेटरन्स इंडिया द्वारा राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के सहयोग से प्रदान किया गया।
बीएयू सबौर को किस श्रेणी में सम्मानित किया गया?
बीएयू सबौर को 'राष्ट्रवाद, देशभक्ति एवं राष्ट्र-निर्माण में उत्कृष्टता' की श्रेणी में सम्मानित किया गया।
इस पुरस्कार का उद्देश्य क्या है?
इस पुरस्कार का उद्देश्य उन शैक्षणिक संस्थानों को मान्यता देना है जो राष्ट्रीय गौरव और सामाजिक उत्तरदायित्व को प्रोत्साहित करते हैं।
बीएयू सबौर के कुलपति कौन हैं?
बीएयू सबौर के कुलपति डॉ. डीआर सिंह हैं।
Nation Press