क्या बिहार विधानसभा चुनाव में राजद का वोट कांग्रेस को ही मिलता है: मृत्युंजय तिवारी?
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में दरारें आ रही हैं।
- राजद का वोट बैंक कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है।
- कांग्रेस को अपने जनाधार पर विचार करना चाहिए।
- बिहार में राजद सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत है।
- गठबंधन का भविष्य अनिश्चित है।
पटना, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद और कांग्रेस के बीच टकराव के संकेत मिल रहे हैं। महागठबंधन में शामिल नेता अब खुलकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता शकील अहमद ने सोमवार को राजद को कड़ी चेतावनी दी थी, जिसका राजद ने मंगलवार को जवाब भी दिया।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने स्पष्ट कहा कि चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन राजद की ताकत के कारण है। उन्होंने बताया कि बिहार में कांग्रेस को जो भी वोट मिलते हैं, वे राजद के माध्यम से ही आते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बिहार में कोई आधार नहीं है और वे राजद के सहारे ही आगे बढ़ रही हैं।
तिवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, लेकिन उसका आधार क्यों घट रहा है? यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बिहार में राजद को सबसे अधिक वोट मिले हैं और राजद के कारण ही कांग्रेस को सीट मिलती है, जिसका अंततः नुकसान होता है। राजद ने हमेशा सहयोग किया है और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ गठबंधन किया है।
सोमवार को कांग्रेस के शकील अहमद ने कहा कि अब महागठबंधन का कोई मतलब नहीं रह गया है और कांग्रेस को राजद के साथ रहने के बजाय अकेले चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राजद के साथ रहकर कांग्रेस को कोई लाभ नहीं मिल रहा है, इसलिए यह गठबंधन बोझ बन गया है।