क्या बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का समर्थन कर रहे हैं तौसीफ रहमान?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव के बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का समर्थन तौसीफ रहमान ने किया।
- चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया गया।
- टीएमसी आंदोलन के लिए तैयार है यदि चुनाव आयोग निष्पक्षता से कार्य नहीं करता।
- आधार कार्ड से जुड़े मुद्दों पर सवाल उठाए गए।
- मतदाता सूची में नाम हटाने पर चिंता जताई गई।
कोलकाता, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता तौसीफ रहमान ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव के आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार संबंधी बयान का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का कहना बिल्कुल सही है कि पहले गाड़ी, सोना और अन्य वस्तुएं चोरी होती थीं, लेकिन अब चुनावों में भी चोरी होने लगी है। यदि आप संविधान के खिलाफ जाकर चुनाव में धांधली करते हैं, तो यह गलत है। चुनाव आयोग को संविधान के अनुसार कार्य करना चाहिए। हम भी मानते हैं कि चुनाव आयोग संविधान के अनुसार काम करता है।
उन्होंने आगे कहा कि आज चुनाव आयोग केवल एक पक्ष की बात सुनता है और विपक्ष की चिंताओं को नजरअंदाज करता है। यह कहीं ना कहीं पक्षपात और ज्यादती है। अगर कोई इस मुद्दे पर आंदोलन करना चाहता है, तो हम उसके साथ हैं। आने वाले दिनों में बंगाल में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया है कि अगर चुनाव आयोग एकतरफा काम करेगा, तो हम आंदोलन के लिए तैयार हैं।
तौसीफ रहमान ने आधार कार्ड से जुड़े मुद्दों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पहले लोगों को आधार कार्ड बनवाने के लिए कहा गया, फिर इसे पैन कार्ड, बैंक खाते और ऑनलाइन भुगतान से जोड़ा गया। अब कहा जा रहा है कि आधार कार्ड मान्य नहीं होगा। यह जनता के लिए अन्याय है।
उन्होंने मतदाता सूची से नाम हटाने के मुद्दे पर भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट नहीं दिया, उनके नाम सूची से हटा दिए जा रहे हैं। यह सच है कि बीजेपी केवल उन लोगों की परवाह करती है जो उन्हें वोट देते हैं। जो वोट नहीं देगा, उसका नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा।
तौसीफ रहमान ने जन्म प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेजों की मांग को बकवास करार दिया। उन्होंने कहा कि कई लोग घर पर पैदा हुए हैं, उनके पास जन्म प्रमाणपत्र या डोमिसाइल जैसे दस्तावेज नहीं हैं। अगर किसी के दादा-परदादा का जन्म प्रमाणपत्र मांगा जाएगा, तो यह कहाँ से आएगा? यह एक आंदोलन का विषय है। यदि बंगाल और बंगालियों के साथ अन्याय हुआ, तो टीएमसी आंदोलन के लिए तैयार है। ममता बनर्जी ने भी कहा है कि यदि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं करेगा, तो टीएमसी आंदोलन शुरू करेगी। हम न्याय और ईमानदारी के साथ हैं, लेकिन अगर हमारे लोगों के साथ अन्याय होगा, तो हम चुप नहीं रहेंगे।