क्या छत्तीसगढ़ में सरकार की योजनाओं का असर दिख रहा है? बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों का आत्मसमर्पण

सारांश
Key Takeaways
- बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
- सरकार की 'आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025' सफल हो रही है।
- कांग्रेस नेता खड़गे का दौरा विवादास्पद रहा।
- भाजपा का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है।
रायपुर, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस उपलब्धि का श्रेय उन योजनाओं को दिया है जो प्रदेश में बदलाव की लहर ला रही हैं।
शर्मा ने कहा, "यह आत्मसमर्पण प्रदेश सरकार की 'आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025' और 'नियद नेल्ला नार योजना' की सफलता का स्पष्ट प्रमाण है, जिसके तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विश्वास और बदलाव की नई लहर बह रही है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था है और कानून का राज है। पिछली सरकारों ने पुलिस के मनोबल को तोड़ने का कार्य किया था। अब हमारी सरकार उस बिगड़ी व्यवस्था में सुधार लाने के लिए प्रयासरत है।"
वहीं, छत्तीसगढ़ में मल्लिकार्जुन खड़गे के आगमन पर डिप्टी सीएम से सवाल पूछा गया। प्रदेश कांग्रेस कमिटी खड़गे के दौरे को 'संजीवनी' के रूप में देख रही है। इस पर विजय शर्मा ने कहा, "खड़गे सनातन परंपरा का अपमान करते हैं और इसलिए मैं उनकी आलोचना करता हूं। उनके आगमन से कोई लाभ नहीं होने वाला है। छत्तीसगढ़ की जनता उनका स्वागत नहीं करेगी। कांग्रेस के नेताओं को यह समझना चाहिए कि उन्हें संजीवनी मिलेगी या नहीं।"
इसके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ में पहली बार भाजपा एक बड़ा प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने जा रही है। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 7 से 9 जुलाई तक चलेगा। कांग्रेस इसे टूरिज्म बता रही है। इस पर विजय शर्मा ने कहा, "कांग्रेस को लगता है कि उन्होंने सब कुछ पढ़ लिया है। प्रशिक्षण शिविर संगठन की मजबूती के लिए आवश्यक होते हैं। यदि कांग्रेस इसे टूरिज्म कह रही है, तो यह उनकी सोच है। लेकिन उन्हें पहले की सरकारों में हुए कोयला घोटाले और शराब घोटाले के बारे में चिंता करनी चाहिए।"