क्या बीजापुर में मुठभेड़ में 17 लाख के इनामी चार नक्सली ढेर हुए?

सारांश
Key Takeaways
- बीजापुर में चार नक्सलियों को मार गिराया गया।
- इन नक्सलियों पर 17 लाख का इनाम था।
- सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए।
- यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों की लगातार सफलता का एक उदाहरण है।
- नक्सलवाद के खिलाफ सघन अभियान जारी है।
बीजापुर, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में विशेष पुलिस बल (डीआरजी) को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। डीआरजी ने मुठभेड़ के दौरान चार नक्सलियों को मार गिराया। इनमें से तीन शीर्ष नक्सली दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के एसीएम स्तर के हैं और एक पार्टी सदस्य है। यह मुठभेड़ बीजापुर की डीआरजी टीम द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मारे गए नक्सलियों की पहचान हुंगा, लक्खे, भीमे और निहाल उर्फ राहुल के रूप में की गई है। इन नक्सलियों पर क्रमशः 5-5 लाख रुपए का इनाम था, जबकि निहाल उर्फ राहुल पर 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
यह मुठभेड़ 26 जुलाई की शाम को हुई, जब पुलिस को इलाके में नक्सलियों की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना मिली थी।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव के अनुसार, जिले के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की जानकारी मिलने पर डीआरजी बीजापुर की टीम ने तलाशी अभियान चलाया। इसी दौरान नक्सलियों ने डीआरजी टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस बल और नक्सलियों के बीच काफी समय तक मुठभेड़ होती रही।
इस मुठभेड़ में दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के चार नक्सली मारे गए। घटनास्थल से एसएलआर, इंसास, .303 राइफल, बीजीएल लॉन्चर, सिंगल शॉट राइफल, भारी मात्रा में गोला-बारूद, ग्रेनेड और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत साल 2024 से अब तक कुल 425 हार्डकोर नक्सली मारे जा चुके हैं। बस्तर संभाग में प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी माओवादी संगठन के खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा सघन और निरंतर अभियान चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मानसून की कठिनाइयों, दुर्गम जंगलों और जोखिम भरे रास्तों के बावजूद सुरक्षाबलों का हौसला उच्च है और वे लगातार नक्सली संगठन के खिलाफ निर्णायक बढ़त बना रहे हैं।