क्या भाजपा ने तृणमूल सांसद कीर्ति आजाद पर लोकसभा में ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने तृणमूल सांसद पर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया।
- अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में शिकायत दर्ज की।
- संसद में धूम्रपान अस्वीकार्य है।
- ममता बनर्जी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
- यह घटना संसद की गरिमा को प्रभावित करती है।
कोलकाता, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को यह दावा किया कि क्रिकेटर से राजनेता बने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कीर्ति आजाद संसद के भीतर अपनी सांसद की कुर्सी पर बैठे हुए इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का सेवन कर रहे थे।
पिछले सप्ताह, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य अनुराग सिंह ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को एक पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद के खिलाफ गंभीर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने इस सांसद पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा कक्ष के अंदर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का उपयोग किया, जो कि संसदीय नियमों और वैधानिक प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन है।
हालांकि, अनुराग ठाकुर ने उस सांसद का नाम नहीं बताया था, लेकिन बुधवार को भाजपा आईटी सेल के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया। उन्होंने यह दावा किया कि वीडियो में तृणमूल कांग्रेस के सांसद कीर्ति आजाद संसद के भीतर ई-सिगरेट पीते हुए दिखाई दे रहे हैं।
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा जिस सांसद पर संसद के अंदर ई-सिगरेट पीने का आरोप लगाया गया था, वह टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद हैं। उनके जैसे लोगों के लिए नियमों और कानूनों की कोई परवाह नहीं है। सोचिए, सदन में हथेली में ई-सिगरेट छिपाकर रखना कितनी बड़ी गुस्ताखी है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में धूम्रपान भले ही गैरकानूनी नहीं है, लेकिन संसद में इसका उपयोग करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। ममता बनर्जी को अपने सांसद के इस दुर्व्यवहार पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।