क्या भाजपा को देश में भुखमरी, अशिक्षा और गरीबी के खिलाफ अभियान चलाना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- भुखमरी के खिलाफ भाजपा को अभियान चलाने की आवश्यकता है।
- अशिक्षा और गरीबी के मुद्दे भी महत्वपूर्ण हैं।
- भाजपा का वर्तमान एजेंडा स्पष्ट नहीं है।
- सुधाकर सिंह ने भाजपा की विदेश नीति की निंदा की।
- बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव का वादा किसानों के लिए महत्वपूर्ण है।
कैमूर, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में पहले चरण के मतदान के बाद जहां राजनीतिक दलों ने प्रदेश में अगली सरकार बनाने के लिए दावे किए हैं, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद सुधाकर सिंह ने भाजपा पर कड़ा हमला किया है।
उन्होंने कहा कि देश में कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर भाजपा को ध्यान देने की आवश्यकता है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि आज भाजपा के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है, बल्कि वे सिर्फ विभाजन की राजनीति कर रहे हैं।
सुधाकर सिंह ने भाजपा को सुझाव दिया कि उसे देश में भुखमरी, अशिक्षा, और गरीबी के खिलाफ अभियान चलाना चाहिए, लेकिन ऐसा करना कभी नहीं होगा।
उन्होंने भाजपा को नए समय की पार्टी मानते हुए कहा कि अंग्रेजों के जाने के बाद भाजपा-संघ ने देश पर नियंत्रण प्राप्त किया है। भाजपा अब देश के नए अंग्रेज बन गए हैं।
सुधाकर ने भाजपा के मॉडल की आलोचना करते हुए कहा कि इसका तरीका 'फूट डालो और राज करो' है, जो लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि देश के पास एक बड़ी चुनौती है कि हम एक राष्ट्र के रूप में कैसे मजबूत बनें और भारत का सम्मान विश्व में बढ़े।
भारत की विदेश नीति पर उन्होंने कहा कि आज आतंकवाद के खिलाफ कोई भी देश हमारे साथ खड़ा नहीं है, और इसका मुख्य कारण हमारी विदेश नीति की नाकामी है।
उन्होंने पीएम मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा गुजरात के मॉडल को देश में लागू करना चाहती है, जो कि असंभव है।
बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने वचन दिया है कि हमारी सरकार बनने पर किसानों को खेती के लिए 18 घंटे बिजली मिलेगी, जबकि वर्तमान में केवल 8 घंटे बिजली उपलब्ध है, जिससे किसानों को काफी परेशानी होती है।
बिहार में दूसरे चरण का चुनाव 11 नवंबर को होगा और 14 नवंबर को यह स्पष्ट होगा कि बिहार की जनता ने एनडीए या महागठबंधन को सत्ता सौंपी है।