क्या न्यायपालिका का हर फैसला सम्मानजनक है? : राम कदम

सारांश
Key Takeaways
- न्यायपालिका का हर फैसला महत्वपूर्ण है।
- विपक्ष की स्थिति कमजोर है।
- राहुल गांधी को माफी मांगने की सलाह दी गई है।
- देशभक्ति पर सवाल उठ रहे हैं।
- संजय राउत के बयान की आलोचना की गई।
मुंबई, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक राम कदम ने महापालिका चुनाव से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया और विपक्ष पर तीखा हमला किया। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि न्यायपालिका का हर निर्णय सम्मानजनक है और उसका ध्वज हमेशा ऊंचा रहेगा।
उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह पूरी तरह बिखर चुका है और चुनाव के लिए तैयार नहीं है। हमारे कार्यकर्ता 24 घंटे जनता के बीच काम कर रहे हैं। हम हर समय चुनाव के लिए तैयार हैं।
राम कदम ने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के पहलगाम आतंकी हमले पर दिए गए हालिया बयान की कड़ी आलोचना की।
उन्होंने कहा, "राउत का बयान उन 26 परिवारों का अपमान है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया। पीड़ितों की मां, पत्नी और बहनें स्वयं कह रही हैं कि यह हमला धर्म पूछकर किया गया। राउत का बयान उन्हें झूठा ठहराता है।"
उन्होंने संजय राउत पर पाकिस्तान के प्रवक्ता की तरह बात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह हिंदुत्व की बात करते हैं, लेकिन उनकी मंशा देश और दुनिया के सामने स्पष्ट है।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को भारतीय सेना पर टिप्पणी और 2,000 वर्ग फुट जमीन पर कब्जे के दावे के लिए फटकार लगाई है। अगर राहुल गांधी में जरा भी नैतिकता है, तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें यह वादा करना चाहिए कि वे भविष्य में पाकिस्तान या चीन जैसे दुश्मन देशों के प्रवक्ता की तरह बात नहीं करेंगे।
उन्होंने राहुल गांधी पर विदेश में जाकर भारत की छवि खराब करने का आरोप लगाया। कदम ने सुप्रीम कोर्ट के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने राहुल को सच्चा देशभक्त बनने की सलाह दी है, जिससे साफ है कि उनकी देशभक्ति पर सवाल उठ रहे हैं।
राम कदम ने विपक्ष को चेतावनी दी कि वे देश का नमक खाते हैं, लेकिन चीन का गाना गाते हैं। देश की जनता कांग्रेस को उसकी जगह दिखाएगी।