क्या जम्मू-कश्मीर की नगरोटा सीट पर भाजपा की जीत ने राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने नगरोटा सीट पर जीत हासिल की।
- प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को धन्यवाद दिया।
- देवयानी राणा ने 42,350 वोट प्राप्त किए।
- नगरोटा उपचुनाव में 10 प्रत्याशी थे।
- बडगाम सीट पर मतगणना जारी है।
नई दिल्ली, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगरोटा विधानसभा सीट पर अपनी जीत का परचम लहराया है। इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहाँ के नागरिकों और नवनिर्वाचित विधायक को बधाई दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया कि मैं जम्मू-कश्मीर के नगरोटा और ओडिशा के नुआपाड़ा की जनता को उपचुनावों में भाजपा को शानदार जीत दिलाने के लिए धन्यवाद देता हूँ। नवनिर्वाचित विधायक देवयानी राणा और जय ढोलकिया को भी बधाई। उन्हें जनता की सेवा में सफलता मिले। भाजपा कार्यकर्ताओं को भी जिन्होंने दिन-रात मेहनत की, बधाई।
शुक्रवार को मतगणना के बाद, भाजपा की उम्मीदवार देवयानी राणा को नगरोटा उपचुनाव में विजेता घोषित किया गया।
इस सीट पर कुल १० प्रत्याशी थे। देवयानी राणा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, नेशनल पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह को २४,६४७ वोटों के अंतर से हराया। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की उम्मीदवार शमीम बेगम तीसरे स्थान पर रहीं, उन्हें लगभग ३१,४७८ मतों का अंतर मिला।
देवयानी राणा को उपचुनाव में ४२,३५० वोट मिले, जबकि पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह को १७,७०३ और नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीम बेगम को १०,८७२ वोट मिले।
नगरोटा में पार्टी उम्मीदवार की जीत की घोषणा के बाद जम्मू में भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। देवयानी राणा पूर्व विधायक देवेन्द्र सिंह राणा की बेटी हैं, जिन्होंने २०२४ के विधानसभा चुनाव में नगरोटा सीट जीती थी। पिछले साल ३१ अक्टूबर को देवेंद्र सिंह राणा के निधन के कारण नगरोटा में उपचुनाव कराए गए थे।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के बडगाम विधानसभा क्षेत्र में अभी मतगणना जारी है। नौवें दौर की मतगणना में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर मेहदी प्रतिद्वंद्वी नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद महमूद से ३,०८४ मतों से आगे हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे के बाद बडगाम सीट पर उपचुनाव कराए गए। उमर ने २०२४ के विधानसभा चुनावों में दो सीटें (गांदरबल और बडगाम) जीती थीं। बाद में उन्होंने बडगाम सीट से इस्तीफा देकर गंदेरबल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया।
ज्ञात रहे कि ९० सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भाजपा के पास २९ सीटें हैं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास ४१ सीटें हैं। बडगाम सीट जीतने पर पीडीपी की संख्या ४ हो जाएगी।