क्या भाजपा का 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान देश को स्वदेशी उत्पादों की ओर ले जाएगा?

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क्या भाजपा का 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान देश को स्वदेशी उत्पादों की ओर ले जाएगा?

सारांश

भाजपा ने 'आत्मनिर्भर भारत' और 'हर घर स्वदेशी' अभियान की घोषणा की है। यह अभियान २५ दिसंबर तक चलेगा और भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की गई है। जानें इस अभियान की विशेषताएँ और इसके पीछे का उद्देश्य।

Key Takeaways

  • भाजपा का नया अभियान 'आत्मनिर्भर भारत' भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने के लिए है।
  • यह अभियान २५ सितंबर से २५ दिसंबर तक चलेगा।
  • लोगों को 'वोकल फॉर लोकल' के लिए प्रेरित किया जाएगा।
  • स्वदेशी उत्पादों का उपयोग बढ़ाने के लिए संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे।
  • केंद्र और जिला स्तर पर समितियों का गठन किया गया है।

नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने गुरुवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की कि पार्टी आज से ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान की शुरुआत कर रही है। यह महत्वपूर्ण अभियान भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, यानी २५ दिसंबर, तक जारी रहेगा।

अरुण सिंह ने बताया कि पीएम मोदी ने १४० करोड़ देशवासियों से अपील की है कि वे जो भी खरीदें, वह भारत में निर्मित हो और जिसमें हमारे देशवासियों का पसीना शामिल हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देशभर के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे एक व्यापक अभियान चलाएं ताकि ‘स्वदेशी अभियान’ को एक राष्ट्रव्यापी जनआंदोलन में परिणत किया जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने २०४७ तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है और इसका रास्ता आत्मनिर्भर भारत से होकर गुजरता है। जो सामान भारत में निर्मित है, जिसमें हमारे देश के बेटे-बेटियों का पसीना है, वही स्वदेशी है। हमें उसे प्राथमिकता देनी चाहिए। स्वदेशी का अर्थ बहिष्कार नहीं है, बल्कि भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देना है। इस अभियान के दौरान लोगों को ‘वोकल फॉर लोकल’ के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। हर घर पर स्वदेशी का स्टीकर लगाया जाएगा और लोगों से अनुरोध किया जाएगा कि वे प्रधानमंत्री के संदेश को अपनाएं। दुकानदारों से भी अपील की जाएगी कि वे स्थानीय और स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा दें।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें मेले, प्रदर्शनी और क्विज प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। ५०० स्वदेशी रथ और १ हजार मेलों के माध्यम से अभियान का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा, लोगों से संकल्प पत्र भी भरवाए जाएंगे कि वे स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई विदेशी कंपनी भारत में उत्पादन कर रही है तो उसे भी स्वदेशी माना जाएगा, क्योंकि इसमें भारत की श्रमशक्ति और संसाधनों का योगदान है।

अरुण सिंह ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए केंद्र स्तर पर १० सदस्यों की समिति बनाई गई है, जबकि जिला स्तर पर ५ सदस्यों की समितियां गठित की गई हैं। ये समितियां अभियान की गतिविधियों का संचालन और मॉनिटरिंग करेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव और मोहल्लों तक पहुंचेंगे।

अभियान के महत्व पर जोर देते हुए अरुण सिंह ने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर नागरिक स्वदेशी से जुड़ेगा। यह सिर्फ आर्थिक स्वतंत्रता का नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव और आत्मनिर्भरता का मार्ग है।

Point of View

भाजपा का 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह केवल एक राजनीतिक घोषणा नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा आंदोलन है जो हर नागरिक को स्वदेशी उत्पादों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है।
NationPress
25/09/2025

Frequently Asked Questions

आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?
यह अभियान २५ सितंबर से शुरू हुआ है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देना और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है।
कब तक चलेगा यह अभियान?
यह अभियान २५ दिसंबर तक चलेगा।
इस अभियान में कौन-कौन से कार्यक्रम शामिल होंगे?
इसमें मेले, प्रदर्शनी, और क्विज प्रतियोगिताएं शामिल होंगी।
क्या विदेशी कंपनियों द्वारा निर्मित उत्पादों को भी स्वदेशी माना जाएगा?
हाँ, यदि विदेशी कंपनियाँ भारत में उत्पादन कर रही हैं, तो उन्हें भी स्वदेशी माना जाएगा।