क्या भाजपा ने मालेगांव ब्लास्ट केस को कांग्रेस का षड़यंत्र बताया?

सारांश
Key Takeaways
- न्यायालय का फैसला सभी आरोपियों को बरी करता है।
- भाजपा की प्रतिक्रिया कांग्रेस पर तीखा हमला है।
- राजनीतिक विवाद और न्यायिक प्रक्रिया के बीच की सीमा को समझना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मालेगांव ब्लास्ट मामले में एनआईए कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है। भाजपा ने इस निर्णय पर कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। भाजपा ने मालेगांव ब्लास्ट केस को कांग्रेस का षड्यंत्र करार दिया। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में न्यायालय का फैसला स्पष्ट है कि किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं था।
रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कांग्रेस पार्टी ने देश पर हिंदू आतंकवाद को जबरन थोपने का जो षड्यंत्र रचा था, वह आज ध्वस्त हो गया। मैं जिम्मेदारी से कहता हूं कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में न्यायालय का फैसला यह दर्शाता है कि अभियोजन पक्ष अपना मामला साबित नहीं कर सका।"
उन्होंने आगे कहा, "इस मामले में कर्नल पुरोहित एक बेहद सजग आर्मी ऑफिसर थे, जिन्होंने कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उन्हें फंसाया गया। प्रज्ञा ठाकुर पर आरोप था कि उनके मोटरसाइकिल से बम लाया गया था। उन्हें 10-12 दिनों तक इतना टॉर्चर किया गया कि बाद में चलना भी मुश्किल हो गया था। यह कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति के लिए एक साजिश थी। हम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं।"
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "यह कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति थी, जो शुद्ध वोटबैंक के लिए थी। यह षड्यंत्र ध्वस्त हुआ, इस पर हमें खुशी और संतोष है। चिदंबरम ने 25 अगस्त, 2010 को 'भगवा आतंकवाद' का मुद्दा उठाया था।"
उन्होंने कहा, "चिदंबरम महाशय ने केवल पाकिस्तान को ही सर्टिफिकेट नहीं दिए, बल्कि जानबूझकर भगवा आतंकवाद का विषय उठाते हुए देश में एक नए षड्यंत्र का नैरेटिव बनाने की कोशिश की और इसमें सरकारी तंत्रों का दुरुपयोग किया।"
रविशंकर प्रसाद ने याद दिलाया कि 2005 के बिहार चुनावों के दौरान तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गोधरा ट्रेन हादसे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी। इस समिति ने दावा किया था कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश नहीं, बल्कि एक दुर्घटना थी।"