क्या भाजपा नेता नलिन कोहली ने राहुल गांधी के विदेश दौरे पर उठाया सवाल?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाए गए हैं।
- नलिन कोहली ने सैम पित्रोदा का जिक्र किया।
- राहुल गांधी के बयान अक्सर राष्ट्र विरोधी होते हैं।
- नेता प्रतिपक्ष को देश के हित में कार्य करना चाहिए।
- भाजपा नेता के आरोप से राजनीतिक अस्थिरता का संकेत मिलता है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता नलिन कोहली ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश दौरे पर प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि यह एक विचारणीय तथ्य है कि जब भी राहुल गांधी विदेश यात्रा पर जाते हैं, तभी क्यों राष्ट्र विरोधी बयानों के लिए चर्चा में आ जाते हैं। आखिर इसके पीछे कौन है?
उन्होंने शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी का विदेश में दिया गया बयान अक्सर सुर्खियों में आ जाता है। यह ध्यान देने योग्य है कि ये बयान विशेष रूप से देश विरोधी होते हैं। आखिर इसके पीछे कौन है? क्या कोई ऐसा व्यक्ति है जो राहुल गांधी को ये सब कहने के लिए प्रेरित कर रहा है? वर्तमान में इसकी तस्वीर जल्द से जल्द स्पष्ट होनी चाहिए।
भाजपा नेता ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा का जिक्र करते हुए कहा कि क्या इसके पीछे वे (सैम पित्रोदा) तो नहीं हैं, क्योंकि जब भी राहुल गांधी विदेश दौरे पर जाते हैं, तो पित्रोदा जरुर दिखाई देते हैं। ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि कहीं सैम पित्रोदा के प्रभाव में तो नहीं राहुल गांधी विदेश में कोई बयान दे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अलावा सैम पित्रोदा भी कई बार अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर चर्चा में आ चुके हैं। इस स्थिति में, राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान की पृष्ठभूमि के बारे में लोगों को जानना चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि देश की जनता ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना है। उनका मुख्य उद्देश्य यह था कि राहुल गांधी इस पद पर रहते हुए देश की जनता के हित में काम करें। लेकिन, दुख की बात है कि वे इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाते हुए नहीं दिख रहे हैं। इसके विपरीत, वे विदेश में उन लोगों के साथ नजर आ रहे हैं, जो देश के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हैं। क्या हम इस तरह की स्थिति को स्वीकार कर सकते हैं? उत्तर स्पष्ट है कि बिल्कुल नहीं।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश में हो रही सकारात्मक गतिविधियों को नजरअंदाज करते हैं। वे विदेश में जाकर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले लोगों के साथ दिखते हैं। क्या यह किसी नेता प्रतिपक्ष के लिए उचित है?