भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ओवैसी पर निशाना साधा, हमास के अत्याचारों पर चुप्पी क्यों?

सारांश
Key Takeaways
- प्रतुल शाहदेव ने ओवैसी की चुप्पी पर सवाल उठाया।
- इजरायल ने अपने अस्तित्व की रक्षा की है।
- भाजपा पारदर्शी चुनाव चाहती है।
- ओवैसी और ममता बनर्जी विभाजनकारी राजनीति के प्रतीक हैं।
- जनता सब कुछ समझती है।
रांची, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने शुक्रवार को इजरायल-हमास मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी के दृष्टिकोण पर तीखा प्रहार किया।
प्रतुल शाहदेव ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ओवैसी हमेशा इजरायल को निशाना बनाते हैं, लेकिन हमास के नृशंस अत्याचारों पर चुप्पी साधे रखते हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने विषम परिस्थितियों में अपने अस्तित्व की रक्षा की है और नेतन्याहू एक महान नेता हैं।
उन्होंने आगे कहा, "पीएम मोदी और नेतन्याहू की गहरी मित्रता जगजाहिर है, लेकिन ओवैसी साहब हमास के आतंकवादियों के हमलों पर चुप क्यों हैं? हमास ने इजरायल पर क्रूर हमला किया, जिसमें महिलाओं और लड़कियों के साथ अभद्रता की गई। अभी भी दर्जनों बंधक हमास के चंगुल में हैं। ऐसे में ओवैसी का मुंह क्यों नहीं खुलता?"
शाहदेव ने हाल की घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा शांति प्रस्ताव पर नेतन्याहू ने सहयोग किया, लेकिन हमास ने केवल आंशिक सहमति दिखाई।
उन्होंने ममता बनर्जी के एसआईआर पर बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, "एसआईआर का निर्णय चुनाव आयोग का है। ममता दीदी, आप हां कहें या ना, एसआईआर तो होगा। मेरे अनुसार पश्चिम बंगाल में एक करोड़ से ज्यादा फर्जी वोटर रजिस्टर्ड हैं, जिसमें घुसपैठिए, मृत और पलायन कर चुके लोग शामिल हैं। क्या ममता जी फर्जी वोटों से चुनाव जीतती हैं? यही कारण है कि एसआईआर से दिक्कत है।"
उन्होंने कहा कि अगर वास्तविक वोटर वोट देंगे, तो कोई समस्या नहीं होगी।
शाहदेव ने यह भी कहा कि भाजपा पारदर्शी चुनाव चाहती है। असदुद्दीन ओवैसी और ममता बनर्जी जैसे नेता विभाजनकारी राजनीति से बाज नहीं आते। जनता सब कुछ समझती है।