क्या विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने लालू से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- रविशंकर प्रसाद ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लोकतंत्र की मजबूती से जोड़ा।
- रेड्डी की लालू प्रसाद से मुलाकात को पाखंड बताया गया।
- कर्नाटक में पथराव की घटना पर कांग्रेस सरकार की आलोचना।
- भाजपा ने सभी जजों का सम्मान किया लेकिन चुनावी बयान पर सवाल उठाए।
- किसानों की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज की मांग।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के एक दिन पूर्व, भाजपा के सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी समेत कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए।
रविशंकर प्रसाद ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लोकतंत्र की मजबूती से जोड़ा और बताया कि 9 सितंबर को वोटिंग होनी है। उन्होंने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं, जबकि विपक्ष का चेहरा विवादास्पद है।
उन्होंने रेड्डी की राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात को 'पाखंड' करार दिया और कहा कि रेड्डी ने वोट अपील में 'देश की आत्मा बचाने' का जिक्र किया। लेकिन, चारा घोटाले में दोषी लालू से मिलना उनकी नैतिकता पर सवाल खड़ा करता है। आप किस तरह के रिटायर्ड जज हैं जो भ्रष्टाचार के अपराधी से वोट मांगने जाते हैं?
रविशंकर प्रसाद ने चारा घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि पटना हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया और सुप्रीम कोर्ट ने निष्कर्ष तक पहुंचने के निर्देश दिए। सजा काट रहे व्यक्ति से मिलना विपक्ष की सत्तालोलुपता को दर्शाता है।
उन्होंने रेड्डी के 2011 के सलवा जुडूम फैसले पर भी सवाल उठाए और इसे 'न्यायिक आदेश कम, वामपंथी भाषण ज्यादा' कहा, जो माओवाद को बढ़ावा देता है। यदि यह न आता, तो नक्सलवाद 2020 तक समाप्त हो जाता।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सभी जजों का सम्मान करती है, लेकिन चुनावी मैदान में बड़े बयान पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
कर्नाटक के मंड्या जिले के मड्डूर कस्बे में रविवार रात गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान पथराव की घटना पर भी प्रसाद ने कांग्रेस सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने बताया कि राम रहीम नगर के पास मस्जिद के निकट मूर्ति यात्रा पर पत्थर फेंके गए, जिससे दो समुदायों के बीच झड़प हुई। आठ लोग घायल हुए और 21 गिरफ्तारियां हुईं। शांति व्यवस्था के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया। असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उत्तर प्रदेश या मध्य प्रदेश में ऐसी घटनाएं क्यों नहीं होतीं? कांग्रेस का अल्पसंख्यक तुष्टिकरण शांति भंग कर रहा है।
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा और कहा कि कलबुर्गी में बाढ़ प्रभावित एक किसान के साथ खड़गे का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ा। किसान ने अपनी चार एकड़ फसल बर्बाद होने का दुख बताया, तो खड़गे ने कहा, "आप यहां क्यों आए? दिखावा क्यों? आपकी चार एकड़ गई, मेरी 40 एकड़।"
उन्होंने कहा कि गरीब किसान सत्ता के दरवाजे पर आया, लेकिन अपमानित हुआ। राहुल गांधी को याद दिलाना चाहता हूं कि सार्वजनिक जीवन में ब्रेक नहीं होता। कर्नाटक-पंजाब में राहुल को जाना चाहिए था। कलबुर्गी में बाढ़ से चित्तापुर क्षेत्र प्रभावित है, जहां कागिना नदी उफान पर है। किसानों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने और राहत पैकेज की मांग की है।