क्या धनबाद की समस्याओं को लेकर भाजपा विधायक का धरना अफसरों से वार्ता और लिखित आश्वासन पर समाप्त हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- धनबाद में भाजपा विधायक का धरना 36 घंटे चला।
- अधिकारियों ने विधायक की मांगों को मान लिया।
- आंदोलन ने स्थानीय मुद्दों को उजागर किया।
- सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन किया।
- विधायक ने आगे की कार्रवाई की चेतावनी दी।
धनबाद, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के धनबाद शहर की जनसमस्याओं और सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा विधायक राज सिन्हा के नेतृत्व में चल रहा बेमियादी धरना लगभग 36 घंटे बाद अधिकारियों से वार्ता और समस्याओं के समाधान के लिखित आश्वासन के बाद मंगलवार शाम समाप्त हो गया।
विधायक ने धनबाद की जर्जर सड़कों के निर्माण, नालियों और स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत तथा जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित प्रशासनिक कार्यों में आ रही बाधाओं को लेकर 1 दिसंबर से धनबाद निगम मुख्य द्वार पर धरना शुरू किया था। सोमवार को सर्द रात में भी बड़ी संख्या में भाजपा नेता-कार्यकर्ता धरनास्थल पर डटे रहे। दूसरे दिन आंदोलन को और व्यापक समर्थन मिला। शहर के विभिन्न वार्डों के लोग, विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य और भाजपा महानगर एवं ग्रामीण जिलों के पदाधिकारी बड़ी संख्या में धरना स्थल पहुंचे।
भाजपा झारखंड प्रदेश नेतृत्व ने मंगलवार को आंदोलन को मजबूती देने के लिए पूर्व मंत्री अमर बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम और पूर्व मंत्री अपर्णा सेन गुप्ता की तीन सदस्यीय टीम को धनबाद भेजा। समिति के सदस्यों ने धरना स्थल पहुंचकर आंदोलन का समर्थन किया और विधायक के साथ धरने पर बैठे। जनदबाव बढ़ता देख आज शाम नगर आयुक्त रविराज शर्मा, उप नगर आयुक्त प्रकाश कुमार और निगम के अभियंता धरना स्थल पहुंचे।
अधिकारियों ने विधायक राज सिन्हा की सभी प्रमुख मांगों को लिखित रूप से मान लिया और आवश्यक कार्य जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया। लिखित सहमति मिलने के बाद विधायक ने धरना स्थगित करते हुए जनता को इस जीत के लिए धन्यवाद दिया।
विधायक राज सिन्हा ने कहा कि धनबाद की खराब सड़कों के पुनर्निर्माण, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और जाति, आय एवं स्थानीय प्रमाण पत्र के लंबित आवेदनों के निपटारे के लिए अगर तत्काल कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। झारखंड विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि भाजपा जनता के हितों के मुद्दों पर विधायक के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ी तो इसे राज्यव्यापी आंदोलन बनाया जाएगा।
प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम और पूर्व मंत्री अपर्णा सेन गुप्ता ने भी कहा कि विकास कार्यों में देरी और अधिकारियों की जवाबदेही तय करने को लेकर भाजपा सड़क से सदन तक लड़ने को तैयार है।