क्या लक्ष्मीकांत बेर्डे की बर्थ एनिवर्सरी पर राजश्री फिल्म प्रोडक्शन ने शेयर की पुरानी झलकियां?
सारांश
Key Takeaways
- लक्ष्मीकांत बेर्डे का जन्म 26 अक्टूबर 1954 को हुआ था।
- उन्होंने हिंदी और मराठी सिनेमा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- राजश्री फिल्म प्रोडक्शन ने उनकी जयंती पर तस्वीरें साझा कीं।
- सलमान खान का मानना है कि उनका योगदान अद्वितीय था।
- उनकी कॉमिक टाइमिंग और अभिनय के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
मुंबई, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लगभग दो दशकों तक फिल्मों में अपने अभिनय से सबका दिल जीतने वाले अभिनेता ‘लक्ष्मीकांत बेर्डे’ अब हमारे बीच नहीं हैं। उनका जन्म 26 अक्टूबर 1954 को हुआ था।
कम उम्र में किडनी की बीमारी के कारण उनका निधन हो गया, लेकिन उन्होंने हिंदी और मराठी सिनेमा में जो छाप छोड़ी, वह आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। उनके जन्मदिन के अवसर पर राजश्री फिल्म प्रोडक्शन ने उनकी पुरानी तस्वीरें साझा कीं।
राजश्री फिल्म प्रोडक्शन ने इंस्टाग्राम पर लक्ष्मीकांत बेर्डे की पुरानी तस्वीरें साझा की, जिसमें वह फिल्म 'हम आपके हैं कौन' के सेट पर सलमान खान और अन्य स्टार कास्ट के साथ नजर आ रहे हैं।
प्रोडक्शन हाउस ने इस महान अभिनेता को याद करते हुए लिखा, "लक्ष्मीकांत बेर्डे की जयंती पर उनकी अद्वितीय कॉमिक टाइमिंग और बेहतरीन हंसी को हम याद करते हैं। वह हर भूमिका में अद्भुत थे, 'हम आपके हैं कौन' के मजेदार लल्लू प्रसाद से लेकर 'मैंने प्यार किया' के मनोहर तक, उनकी स्क्रीन पर उपस्थिति जादुई थी।"
लक्ष्मीकांत बेर्डे का अभिनय के प्रति बचपन से ही झुकाव था और उन्होंने फिल्मों में काम करने का सपना देखा था। आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने मदद के लिए लॉटरी की टिकट भी बेची। उन्होंने न केवल कॉमिक भूमिकाएँ निभाईं बल्कि कई गंभीर और संजीदा किरदार भी निभाए।
उन्होंने मराठी फिल्मों के बाद हिंदी सिनेमा में कदम रखा और अपनी पहली फिल्म 'मैंने प्यार किया' से डेब्यू किया, जिसमें उन्होंने मनोहर का किरदार निभाया। इसके बाद उन्होंने कई सफल फिल्में कीं। उन्हें 1991 में 'साजन', '100 डेज', 1992 में 'बेटा', और 1994 में 'हम आपके हैं कौन' में देखा गया। सलमान खान के साथ उनकी कई फिल्में हिट रही हैं।
सलमान खान ने एक शो में कहा था, "हमने एक साथ कई फिल्में कीं और मुझे लगता है कि अगर लक्ष्मीकांत बेर्डे नहीं होते, तो शायद 'मैंने प्यार किया' सफल नहीं होती। वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।"