क्या बॉम्बे हाईकोर्ट को मिला धमकी भरा ईमेल सच में खतरे का संकेत है?

सारांश
Key Takeaways
- धमकी भरा ईमेल मिलने पर सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई की।
- हाईकोर्ट परिसर में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
- कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
- इस तरह की घटनाएँ सुरक्षा में चिंता का विषय हैं।
- पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
मुंबई, १९ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉम्बे हाईकोर्ट को शुक्रवार को एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें उल्लेख किया गया कि अदालत परिसर में बम रखा गया है और उसे उड़ाया जाएगा। इस ईमेल ने सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया।
धमकी की सूचना मिलते ही, मुंबई पुलिस और बम स्क्वायड की टीम तुरंत हाईकोर्ट परिसर में पहुंच गई। पूरे क्षेत्र में एक सघन तलाशी अभियान चलाया गया। अदालत परिसर और उसके आस-पास के इलाकों की गहन जांच की गई, परंतु कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हमें धमकी भरा ईमेल मिला था। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई की गई और बम स्क्वायड ने जांच की। जांच के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। हम ईमेल भेजने वाले व्यक्ति को ट्रेस करने का प्रयास कर रहे हैं।"
धमकी के बाद से हाईकोर्ट परिसर में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। आने-जाने वालों की सघन चेकिंग की जा रही है और हर गतिविधि पर पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है।
इससे पहले, १२ सितंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी वाला एक ईमेल प्राप्त हुआ था, जो बाद में जांच में झूठा पाया गया। इस घटना के कारण हाईकोर्ट में सभी पीठों की सुनवाई रोक दी गई थी और सुरक्षा के लिए तत्काल अदालत परिसर को खाली कराया गया था। बम निरोधक दस्ते (बीडीडीएस) को मौके पर बुलाया गया, जिसने हाईकोर्ट के अंदर और बाहर गहन तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इस धमकी को झूठा पाए जाने के बाद आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
मुंबई पुलिस ने इस संबंध में आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि आजाद मैदान पुलिस स्टेशन ने बॉम्बे हाईकोर्ट को मिले बम धमकी वाले ईमेल के मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा ३५३(१) और ३५३(२) के अंतर्गत प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी थी और इसकी तह तक जाने के लिए प्रयासरत थी।