क्या मध्य प्रदेश के बोंदर गांव में नल से जल की उपलब्धता ने ग्रामीणों को खुश किया?
सारांश
Key Takeaways
- जल जीवन मिशन के अंतर्गत बोंदर गांव में नल से जल की उपलब्धता हुई है।
- ग्रामीणों की पानी की समस्या अब समाप्त हो गई है।
- कलेक्टर ने बताया कि 461 नल-जल योजनाएं स्वीकृत हैं।
- हर घर तक शुद्ध और सुरक्षित पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य।
- बोंदर गांव में 1 लाख लीटर क्षमता की टंकी बनाई गई है।
डिंडोरी, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ‘हर घर जल’ के लक्ष्य को साकार करने में जुटी हुई है। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध जल उपलब्ध कराया जा रहा है। डिंडोरी जिले के बोंदर गांव में जल जीवन मिशन के जरिए एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। इस बदलाव से ग्रामीण बेहद खुश हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, पहले यह गांव दूर-दराज के पानी के स्रोतों पर निर्भर था और गर्मियों में पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब गांव में एक पानी की टंकी, मोटर और पाइपलाइन का नेटवर्क स्थापित हो चुका है। इसके कारण सभी घरों में नल कनेक्शन हो गए हैं और रोजाना पीने के लिए साफ पानी मिल रहा है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “जब से जल जीवन मिशन लागू हुआ है, हमारे गांव में पानी की समस्या खत्म हो गई है। पहले बहुत दिक्कत होती थी, लेकिन अब अधिकांश लोगों को नियमित रूप से साफ और उच्च गुणवत्ता वाला पानी मिल रहा है।”
एक अन्य ग्रामीण ने बताया, “नल का सिस्टम लगने से काफी आराम हो गया है। पहले एक बाल्टी पानी लाने में आधा से एक घंटा लग जाता था, जो बहुत कठिनाई का काम था। अब घर पर ही पानी उपलब्ध है।”
ग्रामीण मथिलेश साहू ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “अब पानी की कोई समस्या नहीं है। पहले हमें हैंडपंप या नदी से पानी लाना पड़ता था, लेकिन अब भरपूर पानी घर में ही उपलब्ध है।”
उन्होंने कहा कि उनकी शादी को 18 साल हो चुके हैं और स्वच्छ जल के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता था। हम पीएम मोदी और राज्य सरकार का धन्यवाद करते हैं कि अब हमें घर पर ही स्वच्छ जल नल से मिल रहा है।
कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया ने बताया कि डिंडोरी जिले में कुल 461 नल-जल योजनाएं स्वीकृत हैं, जिनमें से अब तक लगभग 212 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं। केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार की मंशा है कि जिले के हर घर तक शुद्ध और स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित पेयजल पहुंचे।
पिछले महीने 48 योजनाएं पूरी करने का लक्ष्य था, जिसमें से 30 योजनाएं (बोंदर सहित) पूरी हो सकीं। दिसंबर में 50 योजनाएं पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। ठेकेदारों से सख्ती से काम लिया जा रहा है ताकि समय पर लक्ष्य हासिल किया जा सके। बोंदर गांव में 1 लाख लीटर क्षमता की टंकी बनाई गई है और लगभग 300 घरों में नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।