क्या बहुजन समाज पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी?

सारांश
Key Takeaways
- बसपा ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।
- 10 सितंबर से राज्यव्यापी यात्रा शुरू हो रही है।
- पार्टी ने एनडीए और महागठबंधन के साथ कोई गठबंधन नहीं किया है।
- अनिल कुमार ने बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया है।
- कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना और जनता से संवाद स्थापित करना यात्रा का उद्देश्य है।
मोतिहारी, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बहुजन समाज पार्टी ने इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। बसपा ने पूरी मजबूती से चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया है।
बसपा के बिहार प्रभारी अनिल कुमार ने गुरुवार को पूर्वी चंपारण के मुख्यालय मोतिहारी में कार्यकर्ताओं के साथ एक विशेष बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस बार बसपा राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि न तो एनडीए और न ही महागठबंधन से कोई समझौता किया जाएगा।
अनिल कुमार ने कहा, "जनता अब दोनों बड़े गठबंधनों से थक चुकी है। उन्होंने कहा, "एनडीए और महागठबंधन ने केवल झूठे वादे कर जनता को धोखा दिया है। अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है और यह बदलाव बहुजन समाज पार्टी लेकर आएगी।"
उन्होंने बताया कि पार्टी 10 सितंबर से एक राज्यव्यापी यात्रा शुरू करने जा रही है, जो कैमूर जिले से प्रारंभ होगी। यह यात्रा बिहार के विभिन्न जिलों में जाएगी और आम जनता से सीधे संवाद स्थापित करेगी। इस यात्रा का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना और जनता के बीच पार्टी की विचारधारा को पहुंचाना है।
अनिल कुमार ने कहा, "इस यात्रा में पार्टी के कई प्रमुख नेता शामिल होंगे और यह यात्रा 18 सितंबर को मोतिहारी भी पहुंचेगी।"
बसपा प्रभारी ने कहा कि पार्टी मायावती की विचारधारा और महापुरुषों के सिद्धांतों का पालन करती है।
अनिल कुमार ने बताया, "बसपा एक ऐसी पार्टी है जो किसी विशेष वर्ग का नहीं, बल्कि हर आम आदमी की आवाज है। हम सत्ता की लालसा के लिए नहीं, बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई के लिए चुनाव लड़ते हैं। बसपा महापुरुषों की विचारधारा से संचालित होती है। हमारी पार्टी बिहार की जनता के साथ गठबंधन करेगी।"
मोतिहारी में हुई इस बैठक में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिन्हें चुनाव को लेकर दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया कि वे गांव-गांव जाकर पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाएं।