क्या कैमरून की राजदूत को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गले लगाकर सांत्वना दी?

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क्या कैमरून की राजदूत को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गले लगाकर सांत्वना दी?

सारांश

दिल्ली में एक भावुक दृश्य में कैमरून की राजदूत ने अपनी मां की याद में पेड़ लगाते समय भावुक होकर रो पड़ीं। इस पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी। यह घटना न केवल मानवीय भावनाओं का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता का भी संदेश देती है।

Key Takeaways

  • भावनात्मक समर्थन की शक्ति को समझना।
  • 'एक पेड़ मां के नाम' जैसे पर्यावरणीय अभियानों का महत्व।
  • मां का रिश्ता न केवल भावनाओं से, बल्कि संस्कृति से भी जुड़ा है।

नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक भावुक दृश्य में, कैमरून की एक राजनयिक ने गुरुवार को अपनी मां की याद में एक पेड़ लगाते समय अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं और रोने लगीं। इस पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी।

सीएम रेखा गुप्ता ने देखा कि राजदूत अपनी मृत मां की याद में पेड़ लगाते समय रो रही थीं, तो वह तुरंत उनके पास गईं और उन्हें सांत्वना दी। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री को अपने पास देखकर राजदूत और भी भावुक हो गईं और दोनों ने एक-दूसरे को गले लगा लिया

जब मुख्यमंत्री ने उन्हें गले लगाया, तो राजदूत ने भारी मन से बताया कि उनकी मां का निधन 15 दिन पहले ही हुआ था।

‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत भारत में अपनी मां के नाम पर पेड़ लगाने से राजदूत की पुरानी यादें ताजा हो गईं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय परंपरा उन्हें बहुत भावुक कर गई और उनकी आंखें नम हो गईं।

मुख्यमंत्री कुछ देर उनके साथ रहीं और उनके दुख को कम करने के लिए धीरे-धीरे बात कीं

बाद में, सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "मां का ख्याल आना, जैसे समय का रुककर हमें गले लग जाना।"

उन्होंने एक्स पर लिखा, "70 देशों के सम्मानित राजनयिकों ने अपनी माताओं के नाम पर दिल्ली की धरती पर पेड़ लगाए। यह दृश्य दिखाता है कि मां का रिश्ता न भाषा से बंधा है और न ही सीमा से। मां का नाम लिया जाए तो पूरी धरती एक हो जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान यही भाव जगाता है। मां को नमन, धरती मां को नमन।"

सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि सेंट्रल रिज, पीबीजी पोलो ग्राउंड में आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में गुरुवार को एक पेड़ मां के नाम लगाया। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव तथा 70 देशों के 75 राजनयिकों की उपस्थिति ने इस अभियान को वैश्विक सहयोग और संयुक्त जिम्मेदारी का स्वरूप दिया। यह दृश्य सचमुच प्रेरक था कि विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधि मिलकर दिल्ली को और अधिक हराभरा, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के संकल्प में साथ खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर चल रहे सेवा पखवाड़े के अंतर्गत 'एक पेड़ मां के नाम 2.0' अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है, बल्कि मां और धरती मां दोनों के प्रति हमारी कृतज्ञता का भी प्रतीक है। दिल्ली सरकार इस वर्ष 70 लाख पेड़ लगाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। आप सबसे विनम्र आग्रह है कि अपनी मां के नाम एक पेड़ अवश्य लगाएं।

इस अवसर पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

Point of View

बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का भी प्रतीक है। विभिन्न देशों के राजनयिकों का एकत्र होना और इस पहल में शामिल होना एक सकारात्मक संकेत है। यह दिखाता है कि हम सभी को मिलकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा।
NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

कैमरून की राजदूत ने पेड़ क्यों लगाया?
राजदूत ने अपनी मां की याद में पेड़ लगाया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजदूत को क्या किया?
मुख्यमंत्री ने राजदूत को गले लगाकर सांत्वना दी।
'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का उद्देश्य क्या है?
'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है।