क्या सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय के लेफ्टिनेंट कर्नल को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोप में कार्रवाई की है।
- लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा का नाम शामिल है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
- अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जांच चल रही है।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने घूसखोरी के एक मामले में रक्षा मंत्रालय के डिफेंस प्रोडक्शन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा और एक निजी व्यक्ति विनोद कुमार को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने इस संबंध में एक प्रेस नोट जारी किया।
सीबीआई ने यह कार्रवाई विश्वसनीय स्रोत से मिली सूचना के आधार पर 19 दिसंबर को एक मामला दर्ज करने के बाद की। आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं निर्यात से जुड़े एक योजनागत अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। उनके खिलाफ आपराधिक साजिश और रिश्वत लेने-देने के आरोप लगाए गए हैं, जिसमें एक दुबई आधारित कंपनी भी शामिल है।
आरोप है कि लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा लंबे समय से रक्षा उत्पाद निर्माण और निर्यात से जुड़े कई निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मिलीभगत कर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल थे और उनसे अनधिकृत लाभ लेकर मनचाही सुविधाएं प्रदान कर रहे थे।
सीबीआई ने जानकारी दी है कि आरोपी कंपनी के भारत में परिचालन देखने वाले प्रतिनिधि राजीव यादव और रवजीत सिंह बेंगलुरु में रहकर लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा से नियमित संपर्क में थे और सरकारी विभागों से अपने व्यावसायिक स्वार्थों को साधने के लिए अवैध तरीकों का उपयोग कर रहे थे। इसी संदर्भ में 18 दिसंबर 2025 को आरोपी कंपनी के निर्देश पर विनोद कुमार के जरिए 3 लाख रुपये की रिश्वत लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा तक पहुंचाई गई।
मामले में श्रीगंगानगर, बेंगलुरु, जम्मू और अन्य स्थानों पर तलाशी की जा रही है। दिल्ली स्थित लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा के आवास से 3 लाख रुपये की रिश्वत राशि के साथ 2.23 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं, जबकि श्रीगंगानगर स्थित आवास से 10 लाख रुपये नकद और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 23 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। सीबीआई इस मामले की आगे की जांच में जुटी है।