क्या मेरी सरकार से खास अपील है, लोगों को दुविधा में नहीं डालना चाहिए? : सीसी पाटिल
सारांश
Key Takeaways
- राज्य सरकार को जनता की चिंता को समझना होगा।
- दुविधा से बाहर निकलने के लिए स्पष्टता आवश्यक है।
- राजनीतिक स्थिरता के लिए विकास पर ध्यान देना होगा।
- नेताओं को अपने क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- जनता का विश्वास पुनः अर्जित करने की आवश्यकता है।
बेंगलुरु, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता सीसी पाटिल ने मंगलवार को राज्य सरकार से विशेष आग्रह किया कि वो लोगों को दुविधा में नहीं डालें।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह आरोप लगाया कि यह सरकार स्वयं दुविधा में है और अब यह स्थिति ऐसी हो गई है कि यह जनता को ही दुविधा में डाल रही है। सरकार को यह भी नहीं पता कि अगला कदम क्या उठाना है?
उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इस बात को जानने में रुचि नहीं रखते कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। अगर सरकार को लगता है कि लोग इस विषय में उत्सुक हैं, तो यह उनकी गलतफहमी है। इसलिए, उन्हें अपनी गलतफहमी दूर करनी चाहिए।
सीसी पाटिल ने कहा कि इस सरकार ने अपनी कार्यशैली के कारण जनता का विश्वास खो दिया है। आज के समय में इस सरकार की स्थिति ऐसी है कि प्रदेश की जनता उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में राज्य में राजनीतिक उठापटक का दौर चल रहा है। यह दुखद है कि किसी भी नेता के पास विकास पर चर्चा करने का समय नहीं है। सभी अपने राजनीतिक स्वार्थ में लगे हैं।
सीसी पाटिल ने कहा कि कर्नाटका में मौजूदा सरकार को यह समझना चाहिए कि वे चुनाव तक किसी विशेष पार्टी के नेता होते हैं, उसके बाद वे अपने क्षेत्र के विधायक बन जाते हैं। जब तक कांग्रेस के नेता इस मानसिकता को नहीं अपनाएंगे, तब तक प्रदेश में विकास की बात करना व्यर्थ है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चुनाव के समय तक मैं भाजपा का नेता हूं, लेकिन एक बार जब मैं चुनाव जीत जाता हूं, तो मेरा कर्तव्य अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करना होता है। हमें इसी प्रणाली के तहत कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की कार्यशैली देखकर मुझे यह कहने में संकोच नहीं है कि मैंने आज तक ऐसी बेकार सरकार नहीं देखी। यह स्पष्ट है कि उन्हें प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना नहीं है।