क्या नाबालिगों के यौन उत्पीड़न का आरोपी शिक्षक १२ घंटे में गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- यूनुस अंसारी को १२ घंटे में गिरफ्तार किया गया।
- पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
- गिरफ्तारी में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की गई।
- महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- आरोपी को १४ दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
चमोली, १ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दो नाबालिग विद्यार्थियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी शिक्षक यूनुस अंसारी को चमोली पुलिस ने केवल १२ घंटे में उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार किया। आरोपी को न्यायालय में पेश करने के पश्चात १४ दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
यह मामला तब उजागर हुआ जब ३० नवंबर को पीड़ित परिवार ने कोतवाली चमोली में शिकायत दर्ज कराई कि शिक्षक यूनुस अंसारी परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर उनके नाबालिग पोते एवं विद्यालय की एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न करता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे पोक्सो अधिनियम सहित संबंधित धाराओं में दर्ज किया गया।
मामले की गंभीरता को समझते हुए, पुलिस अधीक्षक चमोली सुरजीत सिंह पंवार ने तुरंत संज्ञान लिया और अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन करने के निर्देश दिए। टीम ने बिना देरी किए आरोपी की खोज में सक्रिय प्रयास शुरू कर दिए।
टीम ने सर्विलांस और तकनीकी जानकारी की मदद से १ दिसंबर को बिजनौर के जलालाबाद क्षेत्र में छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
प्रभारी निरीक्षक चमोली अनुरोध व्यास और मामले की विवेचक महिला उपनिरीक्षक मीता गुंसाई ने सोमवार को पुलिस टीम के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य से घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान संबंधित विद्यालय एवं गांव का स्थल निरीक्षण कर पीड़ितों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए।
४९ साल के आरोपी यूनुस अंसारी, जो जलालाबाद, कोतवाली नजीबाबाद, जिला बिजनौर का निवासी है, को जिला एवं सत्र न्यायाधीश चमोली के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे १४ दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार पुरसाड़ी भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी में त्वरित कार्रवाई के लिए टीम को एसपी ने २,५०० रुपए के इनाम की भी घोषणा की है।
एसपी ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे जघन्य अपराधों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अपराधी चाहे कहीं भी भागें, कानून से बच नहीं सकेंगे।