क्या पीएम स्वनिधि योजना से चमोली के रेहड़ी-पटरी वालों की तकदीर बदली?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम स्वनिधि योजना छोटे व्यापारियों के लिए एक सुनहरा अवसर है।
- सस्ती दरों पर ऋण से आजीविका में सुधार हो रहा है।
- यह योजना विशेषकर शहरों में रेहड़ी-पटरी वालों के लिए लाभकारी है।
- कोविड-19 के बाद रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है।
- लाभार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
चमोली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी-पटरी लगाकर काम करने वाले व्यक्तियों को सस्ती दरों पर ऋण मुहैया कराया जा रहा है, जिससे छोटे व्यापारियों को आर्थिक सहारा मिल रहा है। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी साबित हुई है जो शहरों में सड़क किनारे सामान बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना ने लाखों रेहड़ी और पटरी वालों को आत्मनिर्भरता का अवसर प्रदान किया है। इसके अंतर्गत छोटे व्यापारियों और फेरीवालों को बिना किसी बड़े जमानत राशि के ऋण उपलब्ध कराया जाता है, ताकि वे अपने व्यापार को शुरू या बढ़ा सकें।
उत्तराखंड के दूरदराज जनपद चमोली में भी पीएम स्वनिधि योजना का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है। इस कठिनाई भरे जिले में 600 से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आजीविका को मजबूत किया है। कोविड-19 महामारी के बाद जब रोजगार के अवसर कम हो गए थे, तब इस योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए नई आशा जगाई। लाभार्थियों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा चिन्हित कर उन्हें योजना का लाभ दिया गया, जिससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ, बल्कि वे अब पहले से बेहतर आमदनी भी कमा रहे हैं।
चमोली जिले के लाभार्थियों ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। नगर पालिका की सहायता से उन्हें योजना की जानकारी मिली और आवेदन की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद उन्हें समय पर ऋण उपलब्ध कराया गया, ताकि वे फिर से अपने पैरों पर खड़े हो सकें। लाभार्थियों ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की पीड़ा को समझते हुए यह योजना शुरू की है, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। आज वे न केवल खुश हैं, बल्कि सम्मानजनक तरीके से आजीविका भी कमा रहे हैं।
लाभार्थी बीरेंद्र सिंह राणा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि उन्हें नगर पालिका से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत ऋण मिलने की जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्होंने नगर पालिका में आवेदन कर आवश्यक दस्तावेज जमा किए और उन्हें ऋण स्वीकृत हो गया। उन्होंने बताया कि इस ऋण की मदद से उन्होंने एक चाय की दुकान शुरू की, जिससे अब उनकी नियमित आमदनी हो रही है।
बीरेंद्र सिंह राणा ने कहा कि यह योजना बेरोजगार युवाओं के लिए बेहद लाभकारी है, क्योंकि इसके जरिए वे आसानी से ऋण लेकर अपना छोटा कारोबार शुरू कर सकते हैं। उन्होंने इस योजना के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया और इसे आम लोगों के लिए बहुत उपयोगी बताया।
वहीं, एक अन्य लाभार्थी अनिल सिंह राणा ने भी पीएम स्वनिधि योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।