क्या जनता की मांग है कि बैलेट पेपर से हों चुनाव? : चंद्रशेखर आजाद

सारांश
Key Takeaways
- बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग महत्वपूर्ण है।
- मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर लोगों में अविश्वास है।
- अलीगढ़ में स्थानीय समस्याएँ गंभीर हैं।
- सरकार को सभी वर्गों की समस्याओं की सुनवाई करनी चाहिए।
- लोकतंत्र में विश्वास बनाए रखना आवश्यक है।
अलीगढ़, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नगीना से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग को पुनः व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह देश की जनता की मांग है।
लोकसभा सांसद चंद्रशेखर ने अलीगढ़ में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "बैलट पेपर से चुनाव होना चाहिए, यह मेरी नहीं बल्कि जनता की मांग है। पूरे देश की जनता यह मांग कर रही है कि बैलट पेपर से चुनाव हों। जब जनता का भरोसा इसी पर है, तो इसे ही कराया जाना चाहिए।"
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया से लोगों में अविश्वास पैदा हो रहा है। लोकतंत्र में विश्वास होना आवश्यक है। लोगों को ऐसा लग रहा है कि यह प्रक्रिया चुनाव को प्रभावित करने के लिए की जा रही है। सरकार और चुनाव आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण से न तो चुनाव प्रभावित होगा और न ही किसी का वोट कटेगा। सभी मतदाताओं को अपने वोट देने का अधिकार मिलेगा। यह प्रक्रिया चुनाव से ठीक पहले हो रही है, जिससे लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ रही है।"
अलीगढ़ की समस्याओं का उल्लेख करते हुए चंद्रशेखर ने कहा, "अलीगढ़ में सर्राफा कारोबारी परेशान हैं। यहाँ नगर कीर्तन के दौरान सभी गुरुद्वारों के बाहर पानी भरा हुआ है। सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। किसान और ताला कारोबारी भी परेशान हैं। राजा महेंद्र प्रताप कॉलेज में सैकड़ों छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है। यहाँ हिंसा हो रही है और लोगों की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। अधिकारी किसी की भी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। अलीगढ़ की समस्याएँ गंभीर हैं और मेरा सरकार से प्रश्न है कि यह भेदभाव क्यों है? सरकार को सभी को साथ लेकर चलना चाहिए, और जब उन्हें मौका मिला है, तो ऐसा नहीं करना चाहिए कि लोगों में अविश्वास पैदा हो।"