क्या चारधाम यात्रा सुचारू रूप से जारी है, रुद्रप्रयाग हादसे की होगी जांच?

सारांश
Key Takeaways
- चारधाम यात्रा में 35.5 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए हैं।
- रुद्रप्रयाग में बस दुर्घटना की जांच जारी है।
- प्रशासन ने सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
- घायलों का इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गहन जांच की जाएगी।
देहरादून, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि 30 अप्रैल से आरंभ हुई चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। अब तक 35.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं, जो एक अद्वितीय रिकॉर्ड है।
उन्होंने इसे गर्व और उत्साह का विषय बताया और कहा कि यात्रा के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। हालांकि, कुछ हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद युकाडा ने हेली सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर सख्त कदम उठाए हैं।
कमिश्नर ने कहा कि रुद्रप्रयाग और चमोली की सीमा पर मंगलवार को एक दुखद बस हादसा घटित हुआ। अलकनंदा नदी में गिरी इस बस में 20 यात्री, एक ड्राइवर और एक गाइड सवार थे। हादसे में अब तक आठ लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इन लोगों को हेली-एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं। इस मामले में एसडीआरएफ, रुद्रप्रयाग पुलिस, जल पुलिस और चमोली पुलिस की टीम लापता लोगों की खोज में जुटी हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस सही रास्ते पर थी, लेकिन पीछे से एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे बस असंतुलित होकर नदी में गिर गई। प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
कमिश्नर पांडे ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया जाए और लापता लोगों की तलाश में तेजी लाई जाए। यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर कई सावधानियाँ बरती गई थीं और सभी आवश्यक निर्देश जारी किए गए थे। प्रशासन ने हादसे के कारणों की गहन जांच के आदेश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि यात्रा की व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। चारधाम यात्रा में भारी भीड़ के बावजूद प्रशासन ने सुगम और सुरक्षित दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की है। हादसे के बावजूद यात्रा सुचारू रूप से जारी है, और प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।