क्या चेन्नई में अन्नामलाई और टी.आर. बालू का अदालत में पेश होना मानहानि केस में महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- के. अन्नामलाई और टीआर बालू के बीच मानहानि का मामला चल रहा है।
- टीआर बालू ने अन्नामलाई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
- सुनवाई मजिस्ट्रेट सेंथिल कुमार की देखरेख में हो रही है।
- यह मामला तमिलनाडु की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।
- टीआर बालू वर्तमान में श्रीपेरंबदूर से लोकसभा सदस्य हैं।
चेन्नई, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और डीएमके के कोषाध्यक्ष टीआर बालू सोमवार को सैदापेट अदालत में पेश हुए। यह पेशी टीआर बालू द्वारा अन्नामलाई के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे से संबंधित है। सुनवाई मजिस्ट्रेट सेंथिल कुमार की निगरानी में संपन्न हुई।
यह मामला तब उत्पन्न हुआ, जब अन्नामलाई ने 'डीएमके फाइल्स' का विमोचन किया। इन फाइल्स में टीआर बालू और अन्य डीएमके नेताओं की संपत्तियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया था। के. अन्नामलाई ने यह आरोप लगाया था कि टीआर बालू के पास 21 कंपनियां हैं, जिस पर बालू ने इसे झूठा और अपमानजनक करार दिया। इस पर टीआर बालू ने अन्नामलाई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया।
पिछली सुनवाई में टीआर बालू अदालत में उपस्थित होकर लगभग डेढ़ घंटे तक गवाही दे चुके हैं। इस दौरान अन्नामलाई के वकील पॉल कनगराज ने उनसे तीखे सवाल पूछे थे। सोमवार की सुनवाई में अन्नामलाई के वकील ने टीआर बालू से फिर से जिरह की। अदालत की कार्यवाही में दोनों नेता उपस्थित रहे।
यह मामला तमिलनाडु की राजनीति में बड़ी हलचल पैदा कर चुका है। भाजपा का दावा है कि 'डीएमके फाइल्स' के माध्यम से उन्होंने भ्रष्टाचार को उजागर किया है, जबकि डीएमके इसे एक साजिश के रूप में देख रही है।
टीआर बालू ने कहा कि के. अन्नामलाई के आरोपों ने उनकी छवि को गहरा नुकसान पहुंचाया है और वे कानूनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। दूसरी ओर, अन्नामलाई ने कहा कि उनके पास सभी जानकारी सटीक है और वे अपने आरोपों को साबित करेंगे।
सुनवाई के दौरान अदालत में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी, क्योंकि दोनों पक्षों के समर्थक बाहर एकत्रित हुए थे। फैसला अब भी लंबित है और इस पर तमिलनाडु की राजनीति में चर्चा जारी है।
टीआर बालू वर्तमान में श्रीपेरंबदूर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं। वे 1996 से लेकर अब तक चेन्नई दक्षिण और श्रीपेरंबदूर से सात बार चुने जा चुके हैं।